सर्दियों का मौसम है ऐसे में ज्यादातर लोग आइसक्रीम नहीं खाते. हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सर्दियों में भी रात के खाने के बाद सड़कों पर आइसक्रीम खाने निकल जाते हैं. लेकिन आइसक्रीम खाने के बाद आप अक्सर उसके स्टिक को यूं ही फेंक देते होंगे. जाहिर सी बात है आइसक्रीम खाने के बाद उसका कोई काम भी नहीं रहता.


लेकिन अगर हम कहें कि इस दुनिया में ऐसे भी लोग हैं जो आइसक्रीम तो खाते ही हैं, लेकिन उसके स्टिक के इस्तेमाल से भी कारनामा कर दिखाते हैं. ऐसा ही एक कारनामा किया है भारतीय मां बेटी की जोड़ी ने. इन्होंने इस आइसक्रीम के स्टिक के इस्तेमाल से एक रंगोली तैयार की, जिसमें 26,000 आइसक्रीम स्टिक का प्रयोग हुआ, इसी को देखते हुए इन दोनों का नाम सिंगापुर बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कर लिया गया है.


कौन हैं ये मां बेटी


मां का नाम है सुधारवी और बेटी का नाम है रक्षिता. सुधारवी ने इससे पहले साल 2016 में भी 3200 वर्ग फुट की एक रंगोली बनाकर सिंगापुर रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करवाया था. लेकिन इस बार उन्होंने अपनी बेटी रक्षिता के साथ मिलकर लिटिल इंडिया परिसर में पोंगल उत्सव के मौके पर आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में आइसक्रीम स्टिक की मदद से एक रंगोली बनाई, जिसमें उन्होंने 26000 आइसक्रीम स्टिक का इस्तेमाल किया और फिर इसे सिंगापुर बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज कराया.



लग गया एक महीने का समय


आपको बताने में ये जितना आसान ही लग रहा है, असल में ये रंगोली इतनी आसानी से नहीं बनी. इसे बनाने में मां बेटी को पूरे 1 महीने का समय लगा. आपको बता दें इस रंगोली में प्रसिद्ध तमिल विद्वान कवियों तिरुवल्लुवर, अव्वैयार, भारथियार और भारतीदासन की तस्वीर देखने को मिलती है.


इंस्टाग्राम पर शेयर किया पोस्ट


सुधारवी और उनका परिवार सिंगापुर में ही रहता है और यहां के सामुदायिक केंद्रों में अक्सर वह गैर भारतीय लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए इस तरह की रंगोली बनाती हैं. सुधारवी ने अपनी इस खूबसूरत रंगोली की तस्वीर इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'हमें यह खबर साझा करते हुए बेहद खुशी हो रही है कि कलामंजरी और सुधारवी रंगोली ने 26000 आइसक्रीम स्टिक का इस्तेमाल करते 5.8 मीटर बाय 4.7 मीटर जितनी बड़ी रंगोली तैयार की है.


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