YouTube इन दिनों यूजर की उम्र को वेरिफाई करने के लिए AI का यूज कर रही है. कंपनी अपने AI एज वेरिफिकेशन प्रोग्राम को कई देशों में शुरू कर चुकी है. वेरिफिकेशन में अगर कोई यूजर 18 साल से कम पाया जाता है तो कंपनी उसके लिए डिजिटल वेल-बीइंग वाले टूल्स बाई डिफॉल्ट ऑन करने और एज-रेस्ट्रिक्टेड वीडियो ब्लॉक करने समेत कई कदम उठाती है. लेकिन इस प्रोग्राम में कुछ गड़बड़ चल रही है और एज वेरिफिकेशन टूल 18 साल से बड़े एडल्ट्स को भी माइनर बता रहा है, जिससे उन्हें वीडियोज देखने में दिक्कत आ रही है.
सही तरीके से काम नहीं कर रहा सिस्टम
यूट्यूब का एआई एज वेरिफिकेशन सिस्टम सही तरीके से काम नहीं कर रहा है. कई यूजर्स सोशल मीडिया पर इसे लेकर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं. गूगल की तरफ से एज वेरिफिकेशन के कई तरीके इंप्लीमेंट किए जाने के बाद भी यह व्यस्क यूजर्स को नाबालिग बता रहा है. सोशल मीडिया पर एक यूजर ने बताया कि वह 21 साल का है, लेकिन यूट्यूब उसे माइनर बता रही है. इसी तरह एक और यूजर ने बताया कि उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा है, लेकिन यूट्यूब उसे व्यस्क नहीं मान रही. एज वेरिफाई करने पर यूट्यूब की तरफ से वार्निंग मैसेज आता है, जिसमें लिखा होता है कि आपकी उम्र वेरिफाई नहीं हो सकी है, इसलिए कुछ सेटिंग में बदलाव किए जा रहे हैं.
यूजर्स के पास अब केवल यह ऑप्शन
सिस्टम में गड़बड़ी के बाद अब यूजर के पास केवल मैनुअल तरीके से उम्र वेरिफाई करने का ऑप्शन बचा है. यूजर्स अपनी सेल्फी, क्रेडिट कार्ड या किसी आईडी की मदद से ही उम्र वेरिफाई कर सकते हैं. बता दें कि यूट्यूब ने अभी केवल अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और कुछ यूरोपीय देशों में एआई एज वेरिफिकेशन सिस्टम यूज किया है. कुछ ऐप्स डाउनलोड करने के लिए प्ले स्टोर पर भी गूगल ऐसा सिस्टम यूज कर रही है.
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