Wired Vs Wireless Earphone: आज के समय में ईयरफोन सिर्फ म्यूजिक सुनने का जरिया नहीं रह गए हैं बल्कि ये हमारी रोजमर्रा की जरूरत बन चुके हैं. कॉल करना हो, ऑनलाइन क्लास लेनी हो, गेम खेलना हो या जिम में वर्कआउट हर जगह ईयरफोन काम आते हैं. लेकिन ज्यादातर लोग ईयरफोन खरीदते समय एक बड़ी गलती कर बैठते हैं, वो है सिर्फ ट्रेंड देखकर फैसला लेना. असल सच्चाई तार वाले और बिना तार वाले ईयरफोन के बीच कहीं छिपी होती है.
तार वाले ईयरफोन
तार वाले ईयरफोन भले ही आजकल कम दिखते हों लेकिन उनकी उपयोगिता अब भी कम नहीं हुई है. इनमें सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको चार्जिंग की चिंता नहीं करनी पड़ती. बस फोन से कनेक्ट किया और इस्तेमाल शुरू. ऑडियो क्वालिटी की बात करें तो कम कीमत में भी तार वाले ईयरफोन ज्यादा स्टेबल साउंड देते हैं. कॉलिंग और ऑनलाइन मीटिंग के लिए भी ये ज्यादा भरोसेमंद माने जाते हैं क्योंकि इनमें कनेक्टिविटी की समस्या लगभग नहीं होती. हालांकि, तार उलझने की परेशानी और फोन के जैक का न होना आज के समय में इनकी सबसे बड़ी कमी बन चुका है.
बिना तार वाले ईयरफोन
वायरलेस ईयरफोन या TWS आज युवाओं की पहली पसंद बन चुके हैं. इनमें तार न होने की वजह से इस्तेमाल करना काफी आसान लगता है, खासकर दौड़ते-भागते या जिम के दौरान. छोटे केस में आने वाले ये ईयरफोन दिखने में भी स्टाइलिश होते हैं. लेकिन यहां लोग एक बड़ी भूल कर देते हैं सिर्फ लुक देखकर खरीद लेना. सस्ते वायरलेस ईयरफोन में बैटरी जल्दी खत्म हो जाती है कनेक्शन ड्रॉप की समस्या आती है और कॉलिंग क्वालिटी भी कमजोर हो सकती है. साथ ही, अगर केस या ईयरबड खो जाए तो परेशानी अलग.
आपकी जरूरत क्या है
ईयरफोन खरीदते समय सबसे जरूरी है अपनी जरूरत को समझना. अगर आप लंबे समय तक कॉल पर रहते हैं या स्टडी के लिए ईयरफोन चाहिए तो तार वाला विकल्प ज्यादा सही साबित हो सकता है. वहीं अगर आप ट्रैवल करते हैं, वर्कआउट करते हैं या बिना झंझट के म्यूजिक सुनना चाहते हैं तो अच्छी क्वालिटी वाला वायरलेस ईयरफोन बेहतर रहेगा. कीमत, साउंड क्वालिटी, बैटरी और इस्तेमाल इन सभी बातों को संतुलन में रखना जरूरी है.
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