ऐपल सिरी, अलेक्सा और गूगल असिस्टेंट जैसे वर्चुअल असिस्टेंट एक कमांड पर कई काम कर देते हैं. जैसे ही इन्हें कोई कमांड दी जाती है, अधिकतर वर्चुअल असिस्टेंट में एक महिला की आवाज में उसका जवाब दिया जाता है. कई लोग सोचते होंगे कि अधिकतर वर्चुअल असिस्टेंट महिला की आवाज में ही जवाब क्यों देते हैं? अगर आप भी ऐसा सोचने वाले लोगों में शामिल हैं तो बता दें कि इसके पीछे वैज्ञानिक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कारण हैं. आइये उनके बारे में जानते हैं.

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इसके पीछे क्या वैज्ञानिक कारण हैं?

कई स्टडीज में सामने आया है कि लोग पुरुष से ज्यादा महिला की आवाज पर ध्यान देते हैं. इसकी वजह इंसान के जन्म से पहले ही शुरू हो जाती है. रिसर्च में पता चला है कि गर्भ के दौरान भ्रूण मां की आवाज सुन सकता है. यह आवाज उसके लिए मधुर और आरामदायक होती है. इसलिए इंसान जिंदगीभर महिला की आवाज के साथ अधिक लगाव महसूस करता है.

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पुरुषों की तुलना में महिलाओं की आवाज होती है साफ

कुछ स्टडीज से पता चला है कि महिलाओं की आवाज पुरुषों की तुलना में अधिक साफ होती है और आसानी से समझ में आ जाती है. इसी के चलते दूसरे विश्व युद्ध के दौरान विमानों के कॉकपिट कम्यूनिकेशन में महिलाओं की आवाज शामिल की गई थी.

सामाजिक कारण भी हैं जिम्मेदार

कई समाजों में महिलाओं की भूमिका का असर टेक्नोलॉजी पर भी पड़ा है. कुछ स्टडीज में यह निकलकर सामने आया है कि लोग आमतौर पर महिलाओं की मृदभाषा और गर्मजोशी के चलते उनके साथ जुड़ाव महसूस करते हैं. इसलिए भी इन टेक्नोलॉजीज में महिलाओं की आवाज शामिल की गई है ताकि लोग असहज न हों.

मार्केटिंग की भी है बड़ी भूमिका

वर्चुअल असिस्टेंट में महिलाओं की आवाज शामिल करना टेक कंपनियों की मार्केटिंग का भी हिस्सा है. दरअसल, कंपनियां चाहती हैं कि अधिक से अधिक लोग उनके प्रोडक्ट्स और सर्विसेस का इस्तेमाल करें. रिसर्च में यह बात पता चली है कि लोग उन टेक्नोलॉजीज के साथ अधिक इंटरेक्शन करते हैं, जो उन्हें जानी-पहचानी लगे और जिससे इंटरेक्शन करना आसान हो.

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