Benefits of USB Type C: आज हम मोबाइल फोन का आधुनिक रूप जिसे स्मार्टफोन कहते हैं उसका इस्तेमाल करते हैं. हम सभी सभी स्मार्टफोन से अच्छी तरह परिचित हैं. समय के साथ जैसे-जैसे मोबाइल फोन बदला वैसे ही इससे जुड़ी एसेसरीज में भी काफी बदलाव हुआ है. किसी भी फोन को इस्तेमाल करने के लिए उसे चार्ज भी करना पड़ता है. आजकल फोन के चार्जर में C-टाइप पोर्ट आने लगा है. इसे देखकर अक्सर लोगों के मन में यह सवाल आता है कि आखिर इसकी क्या जरूरत पड़ी. इसके क्या फायदे हैं? आज हम आपको बताएंगे कि आजकल सभी स्मार्टफोन में USB 2.0 पोर्ट की जगह USB Type C पोर्ट क्यों दिया जा रहा है. 


होती है तेज चार्जिंग
आजकल ज्यादातर स्मार्टफोन्स USB Type C फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ आते हैं. माइक्रो USB 2.0 पोर्ट के मुकाबले USB Type C फोन को ज्यादा तेजी से चार्ज करता है. इसका सबसे बड़ा कारण है- पावर ट्रांसमिशन. माइक्रो USB 2.0 पोर्ट ज्यादा से ज्यादा 20 वाट की ही पावर ट्रांसफर हो सकती है, जबकि USB Type C 100 वाट तक की पावर को ट्रांसफर कर सकता है. इसका अर्थ यह हुआ कि USB Type C से फोन को पांच गुना तेजी से चार्ज किया जा सकता है. आज के समय में स्मार्टफोन्स में रैम और प्रोसेसर अच्छे खासे दिए जाते हैं, जिससे इनमें बैटरी की खपत भी ज्यादा होती है. इसलिए इनमें ज्यादा एमएएच की बैटरी दी जाती है, जिन्हें तेजी से चार्ज करने के लिए USB Type C पोर्ट की जरूरत महसूस हुई और इसे इजाद किया गया.


जल्दी हो जाता है डाटा ट्रांसफर
सिर्फ चार्जिंग ही नहीं USB Type C पोर्ट डाटा ट्रांसफर के लिए भी आपकी काफी मदद कर सकता है. माइक्रो USB 2.0 पोर्ट के मुकाबले इसमें जल्दी डाटा ट्रांसफर हो जाता है. माइक्रो USB 2.0 पोर्ट 450MB प्रति सेकेंड की स्पीड से डाटा ट्रांसफर करता है, जबकि USB Type C से आप 5GB प्रति सेकेंड की स्पीड से डाटा ट्रांसफर किया जाता सकता है.


सीधे-उल्टे का झंझट भी नहीं
USB 2.0 टाइप चार्जर को आपको उल्टा या सीधा देखकर प्लग इन करना पड़ता था. इससे यूजर्स को कई बार गलती ये पोर्ट टूटने की समस्याओं का भी सामना करना पड़ता था, लेकिन USB Type C पोर्ट में सीधे-उल्टे का झंझट नहीं रहता है. आप इस पोर्ट को उल्टे या सीधे किसी भी तरफ से प्लग-इन कर सकते हैं. ये टूटता नहीं है.


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