अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जबसे दूसरी बार राष्ट्रपति बने हैं तभी से वो टैरिफ लगाने को लेकर पूरी दुनिया में चर्चा में हैं. टैरिफ वॉर के बीच दुनिया भर मे चीजें महंगी होने की आशंका है. अब अमेरिकी वाणिज्य मंत्री हावर्ड लुटनिक ने बताया है कि ट्रंप सरकार स्मार्टफोन, कंप्यूटर, सेमीकंडक्टर और कुछ अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरणों पर अगले दो महीनों के भीतर नए शुल्क लगाएगी.
ट्रंप की टैरिफ योजनाओं से वैश्विक वित्तीय बाजार में उथल-पुथल मची हुई है. लुटनिक ने कहा कि ट्रंप एक या दो महीने में स्मार्टफोन, कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रानिक उत्पादों पर विशेष प्रकार का टैरिफ लागू करेंगे. साथ ही सेमीकंडक्टर और फार्मास्यूटिकल्स पर भी नए टैरिफ लागू करेंगे. ये नए शुल्क ट्रंप के पारस्परिक टैरिफ से बाहर होंगे.
अगर ट्रंप सरकार इस फैसले पर अमल करती है तो आने वाले वक्त में फोन्स और कंप्यूटर के दाम बढ़ सकते हैं. अमेरिका चीन से बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रानिक आइटम खरीदता है. चीन और अमेरिका टैरिफ वॉर में आमने-सामने हैं.
कई टेक एक्सपर्ट कह रहे हैं कि ट्रंप प्रशासन का ये फैसला टेक इंडस्ट्री को संशय की स्थिति में डाल चुका है. स्मार्टफोन और लैपटॉप जैसे उत्पादों पर टैरिफ अधिक लगाने से कीमतों में बढ़ोतरी का डर है. भविष्य में ट्रंप इसके बाद भी नए टैरिफ या पुराने में बदलाव कर सकते हैं जो स्थिति को और भयावह बना सकता है.
ट्रंप ने लगाया है चीन पर 145% टैरिफ
दरअसल राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले दुनिया के लगभग हर देश से आने वाले उत्पादों पर 10 प्रतिशत टैरिफ़ लगाया था. फिर अलग-अलग देशों पर अलग-अलग टैरिफ लगाने की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि जो देश अमेरिका पर जितना टैरिफ लगाएगा अमेरिका भी उनपर उतना है टैरिफ लगाएगा.
हालांकि अभी कुछ दिन पहले ही ट्रंप ने चीन को छोड़कर शेष दुनिया के लिए 90 दिनों की अस्थायी राहत की घोषणा की है. चीन के लिए यह टैरिफ अब भी प्रभावी है. गुरुवार को अमेरिका ने चीन पर टैरिफ बढ़ाकर 145% कर दिया. ऐसे में चीन और अमेरिका के बीच चल रहे ट्रेड वॉर का असर पूरी द.निया पर देखने को मिल सकता है.