देश में हर दिन साइबर क्राइम के मामलों में तेजी देखी जा रही है. एक ताजा मामले में पुणे में साइबर ठगों ने एक टेक्निकल ऑफिसर से 13 लाख रुपये की ठगी कर ली है. DRDO में काम करने वाले एक 57 वर्षीय टेक्निकल ऑफिसर के पास ठगों ने बैंक अधिकारी बनकर मैसेज किया था. पीड़ित ने इस पर भरोसा कर लिया और कुछ ही देर में उसका अकाउंट खाली हो गया. इसके बाद उसने पुलिस को मामले की जानकारी दी.
कैसे हुई ठगी?
साइबर ठगों ने बैंक अधिकारी बनकर पीड़ित के पास WhatsApp मैसेज किया था. इसमें उन्होंने कहा कि पीड़ित के बैंक अकाउंट की KYC डिटेल एक्सपायर हो गई है. अगर KYC डिटेल अपडेट नहीं की गई तो अकाउंट फ्रीज हो जाएगा. मैसेज को भरोसेमंद दिखाने के लिए उन्होंने एक अटैचमेंट भी भेजी थी. जैसे ही पीड़ित ने अचैटमेंट पर क्लिक किया, उसके फोन में रिमोट एक्सेस ऐप डाउनलोड हो गई. इसकी मदद से पीड़ित के फोन की पूरी एक्सेस साइबर ठगों के पास चली गई.
कुछ ही मिनटों में लग गई 13 लाख की चपत
स्कैमर्स ने एक्सेस मिलने के कुछ ही देर में पीड़ित के अकाउंट से ट्रांजेक्शन शुरू कर दी. पीड़ित ने कुछ देर तक OTP रिक्वेस्ट को डिनाई किया, लेकिन इसके बावजूद उसके अकाउंट से पैसे उड़ने शुरू हो गए. देखते ही देखते साइबर ठगों ने उसके अकाउंट से 12.95 लाख रुपये निकाल लिए. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
स्कैम से बचने के लिए सावधान रहने की जरूरत
आजकल साइबर ठग बैंक अधिकारी, पुलिस अधिकारी या जज बनकर लोगों के पास कॉल करते हैं. अगर आपने कुछ गलत नहीं किया है तो ऐसी कॉल से डरने की जरूरत नहीं है. ऐसी किसी भी कॉल पर अपनी निजी जानकारी शेयर न करें. इसके अलावा अनजान या संदिग्ध लोगों की तरफ से आए मैसेज में अटैच्ड फाइल पर क्लिक न करें. यह बड़ा नुकसान कर सकती है.
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