चीनी स्टार्टअप DeepSeek के AI चैटबॉट पर बैन लगाने वाले देशों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इस सूची में ताजा नाम दक्षिण कोरिया का जुड़ा है, जिसने डेटा कलेक्शन पर चिंता जाहिर करते हुए चीनी चैटबॉट को बैन कर दिया है. जब तक दक्षिण कोरिया यह सुनिश्चित नहीं कर लेता कि यह चैटबॉट स्थानीय कानूनों का पालन करते हुए डेटा कलेक्ट कर रहा है, तब तक इस पर पाबंदी रहेगी. चीन ने इसे लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.

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डाउनलोड पर लग गई है रोक

दक्षिण कोरिया में पाबंदी के बाद DeepSeek को डाउनलोड करने पर रोक लग गई है. यह गूगल और ऐपल के ऐप स्टोर पर उपलब्ध नहीं है. हालांकि, वेब ब्राउजर के जरिए इसे एक्सेस किया जा सकता है. दक्षिण कोरिया के पर्सनल इंफोर्मेशन प्रोटेक्शन कमीशन ने DeepSeek के डेटा कलेक्शन पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस मामले के समाधान में समय लग सकता है. दूसरी तरफ DeepSeek ने स्थानीय सरकार के साथ काम करने के लिए अपना एक अधिकारी नियुक्त किया है.

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चीन ने दी कड़ी प्रतिक्रिया

दक्षिण कोरिया में DeepSeek पर पाबंदी के बाद चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. चीन ने कहा कि दक्षिण कोरिया को व्यापार के मुद्दों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. चीनी विदेश मंत्रालय ने DeepSeek का बचाव करते हुए कहा कि चीनी कंपनियां विदेशों में स्थानीय नियमों के तहत काम करती हैं.

अब तक कई देश लगा चुके पाबंदी

DeepSeek पर पाबंदी लगाने वाला दक्षिण कोरिया पहला देश नहीं है. इससे पहले ताइवान और ऑस्ट्रेलिया ने सरकारी डिवाइसेस पर इस चैटबॉट को डाउनलोड करने पर पाबंदी लगाई हुई है. इसी तरह फ्रांस और इटली ने भी इस पर कुछ पाबंदियां लगा रखी हैं. दरअसल, कई रिपोर्ट्स में यह सामने आ चुका है कि DeepSeek यूजर्स का जरूरत से ज्यादा डेटा इकट्ठा करता है और इसे चीनी सरकार के नियंत्रण वाली कंपनियों के सर्वर पर स्टोर करता है. इससे सर्विलांस का खतरा बढ़ जाता है.

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