Smart TV: नए साल की शुरुआत के साथ ही भारतीय ग्राहकों को टीवी खरीदना महंगा पड़ सकता है. इंडस्ट्री से जुड़ी जानकारी के मुताबिक, जनवरी से LED और स्मार्ट टीवी की कीमतों में इजाफा देखने को मिल सकता है. इसकी दो बड़ी वजहें सामने आ रही हैं मेमोरी चिप्स की भारी कमी और डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी जो पहली बार 90 के स्तर को पार कर चुकी है.

Continues below advertisement

कितनी बढ़ सकती हैं टीवी की कीमतें?

PTI की रिपोर्ट के अनुसार, टीवी निर्माताओं का कहना है कि आने वाले महीनों में टीवी की कीमतें करीब 3 से 10 प्रतिशत तक बढ़ सकती हैं. इससे हाल ही में GST घटने के बाद जो मांग में तेजी आई थी, उस पर भी असर पड़ने की आशंका है. खासतौर पर मिड और बजट सेगमेंट में ग्राहकों को कीमत का झटका लग सकता है.

इंपोर्ट पर ज्यादा निर्भर है टीवी इंडस्ट्री

भारत में बनने वाले LED टीवी में करीब 30 प्रतिशत ही लोकल वैल्यू एडिशन होता है. बाकी के अहम पार्ट्स जैसे ओपन सेल, सेमीकंडक्टर चिप और मदरबोर्ड विदेशों से मंगाए जाते हैं. ऐसे में रुपये की गिरावट और ग्लोबल सप्लाई में रुकावट का सीधा असर टीवी की लागत पर पड़ता है.

Continues below advertisement

मेमोरी चिप्स की कमी बनी सबसे बड़ी वजह

इस समय दुनिया भर में मेमोरी चिप्स की भारी किल्लत चल रही है. इसकी वजह AI सर्वर्स में इस्तेमाल होने वाली हाई-बैंडविड्थ मेमोरी की बढ़ती मांग है. चिप बनाने वाली कंपनियां ज्यादा मुनाफे वाले AI प्रोडक्ट्स पर फोकस कर रही हैं जिससे टीवी जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए चिप्स की सप्लाई घट गई है. इसका नतीजा यह हुआ है कि DRAM और फ्लैश मेमोरी की कीमतें तेजी से बढ़ गई हैं.

कंपनियों की चेतावनी, बढ़ेंगी कीमतें

Haier Appliances India के प्रेसिडेंट एन.एस. सतीश के मुताबिक, कमजोर रुपया और मेमोरी चिप्स की कमी का बोझ कंपनियों के लिए झेलना मुश्किल हो रहा है. पीटीआई को दिए गए बयान के अनुसार, LED टीवी की कीमतों में करीब 3 प्रतिशत तक बढ़ोतरी तय मानी जा रही है और कई कंपनियां डीलर्स को पहले ही इसकी जानकारी दे चुकी हैं.

यह भी पढ़ें:

Year Ender 2025: ये हैं इस साल भारत में लॉन्च हुए फोल्डेबल फोन, जानें फीचर्स और कीमत