रूस ने विदेशी टेक कंपनियों के खिलाफ एक बार फिर सख्ती बरती है. इस बार यहां पर ऐप्पल के फेसटाइम और स्नैपचैट को बैन कर दिया गया है. रूस की कम्युनिकेशन संस्था Roskomnadzor ने आदेश जारी कर इन दोनों ऐप्स पर पाबंदी लगाई है. आदेश में कहा गया है कि इन ऐप्स को फ्रॉड करने और आतंकी गतिविधियों को प्लान करने और अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था. बता दें कि यहां पर व्हाट्सऐप और टेलीग्राम जैसी ऐप्स पर पहले से ही कुछ पाबंदियां लगी हुई हैं. 

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क्यों किया गया बैन?

स्नैपचैट रूस में काफी पॉपुलर थी और इसे करोड़ों लोग यूज करते थे. यह डिसअपीयरिंग मैसेज और वीडियो के चलते काफी पॉपुलर है. Roskomnadzor का कहना है कि इसी प्राइवेसी फीचर का फायदा उठाकर अपराधी खुफिया बातचीत करते थे. इस बैन करने से पहले ऐप्पल की इन-बिल्ट फेसटाइम ऐप पर भी पाबंदी लगा दी गई थी. व्हाट्सऐप और टेलीग्राम के जरिए कॉलिंग पर लगी पाबंदी के बाद रूस में केवल फेसटाइम की एक बड़ी वेस्टर्न ऐप बची हुई थी, जिसके खिलाफ अब कार्रवाई हुई है. साथ ही व्हाट्सऐप को भी चेतावनी दी गई है कि अगर वह लोकल डेटा नियमों का पालन नहीं करेगी तो उसे पूरी तरह बैन कर दिया जाएगा. बता दें कि रूस में व्हाट्सऐप के करीब 10 करोड़ यूजर्स हैं.

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क्या सुरक्षा कारणों से बैन हुई हैं ये ऐप्स?

2022 में यूक्रेन के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से ही रूस में ट्विटर (अब एक्स) फेसबुक और इंस्टाग्राम आदि पर पाबंदी लगी हुई है और अब इस लिस्ट में नए नाम भी जुड़ गए हैं. रूस में इंटरनेट अधिकारों के लिए काम करने वाले लोगों का कहना है कि सरकार इन ऐप्स को बैन कर लोगों को सरकारी मैसेजिंग प्लेटफॉर्म मैक्स की तरफ धकेलना चाहती है. मैक्स पर सरकार की पूरी नजर रहती है और यूजर की चैट और लोकेशन समेत सारी जानकारी एक्सेस कर सकती है.

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