Juice Jacking: इस बात से कोई इंकार नहीं है कि सार्वजनिक चार्जिंग सुविधाएं तब काम आती हैं जब किसी फोन की बैटरी खत्म होने वाली होती है. लेकिन अब यह हैकर्स के लिए आपका डेटा चुराने के लिए एक एंट्री गेट भी बन सकता है. ओडिशा पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसके अनुसार हैकर्स सार्वजनिक चार्जर को मैलवेयर से लोड करते हैं और उस पोर्ट पर आपके फोन को एक्सेस करने के लिए दूसरी तरफ यूएसबी केबल कनेक्ट करते हैं.


जब आप मुफ्त चार्जिंग सेवाओं का उपयोग करने में व्यस्त होते हैं, तो हैकर्स आपके फोन को वायरस से संक्रमित कर देते हैं और आपकी गोपनीय जानकारी चुरा लेते हैं. इस प्रक्रिया को जूस जैकिंग कहते हैं. ध्यान दें कि हम एक यूएसबी चार्जिंग पोर्ट के बारे में बात कर रहे हैं, न कि एक नियमित इलेक्ट्रिक स्विच प्लग की जिसे आप अपने चार्जिंग एडॉप्टर में प्लग करते हैं. उन यूएसबी चार्जिंग स्लॉट को हैकर्स द्वारा विभिन्न डिवाइसों से जोड़ा जा सकता है. 


जैसे ही आप अपने फोन को इनमें से किसी भी चार्जिंग पोर्ट से जोड़ते हैं, आपका फोन असुरक्षित हो सकता है और डेटा चोरी का शिकार हो सकता है. हैकर्स आपके फोन को कंट्रोल कर सकते हैं और आपके डिवाइस से साइबर क्राइम कर सकते हैं. आपको यह पता भी नहीं लेगा कि इन यूएसबी पोर्ट की मदद से आपका डाटा चोरी किया जा रहा है.






आप क्या कर सकते हैं?


आजकल अधिकांश स्मार्टफ़ोन में डिफ़ॉल्ट रूप से डेटा ट्रांसफर डिसेबल होता है और आपको केवल मैन्युअल रूप से अनुमति होने पर ही फ़ाइलें भेजने की सुविधा मिलती है. उदाहरण के लिए, जब आप अपने फ़ोन को अपने कंप्यूटर से कनेक्ट करते हैं, तो आपको इस बारे में एक इंस्टेंट मैसेज दिखाई देता है कि आप फ़ाइलें शेयर करना चाहते हैं या डिवाइस को चार्ज करना चाहते हैं. सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन के माध्यम से अपना फ़ोन चार्ज करते समय यदि आपको वह संकेत मिलता है, तो अपने हैंडसेट को तुरंत अनप्लग करें.  


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