Microsoft is shutting down Internet Explorer : माइक्रोसॉफ्ट आज अपने ब्राउजर इंटरनेट एक्सप्लोरर (Microsoft Internet Explorer) को बंद कर रहा है. इंटरनेट एक्सप्लोरर के बंद होने का यह कारण बताया जा रहा है कि यह वेब ब्राउजर आज के ब्राउजर के सामने टिक नहीं पा रहा है. जानकारी सामने आई है कि अब केवल पांच फीसदी लोग ही इसे इस्तेमाल कर रहे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि 2003 तक माइक्रोसॉफ्ट का यह वेब ब्राउजर टॉप पर था.


जब यह लॉन्च हुआ था, तब कम लोगों के पास इंटरनेट सेवा उपलब्ध थी. लोगों को इंटरनेट पर काम करने में समस्याएं होती थी. इस ब्राउजर के आने के बाद लोगों का इंटरनेट पर काम करना आसान हो गया और फिर देखते देखते लोगों में इसकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई. उस समय पुलिस को रिकॉर्डस निकालने में, छात्रों को पढ़ाई की सामग्री पहुंचाने जैसे कामों में इसने बहुत बड़ी भूमिका निभाई. फिर बाजार में कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आए. अब लोग उन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को इस्तेमाल करने के लिए इंटरनेट एक्सप्लोरर पर एक्सिस करने लगे. कहा जाता है कि सरकारी एजेंसियां और वित्तीय संस्थान अभी भी माइक्रोसॉफ्ट इंटरनेट एक्सप्लोरर का उपयोग कर रहे हैं.


16 अगस्त 1995. यही वो दिन था जब माइक्रोसॉफ्ट ने इंटरनेट एक्सप्लोरर को रिलीज किया था. उस समय ये इस तरह का पहला वेब ब्राउजर था जिसको लोगों ने हाथों हाथ ले लिया था. लोग जब साइबर कैफे में जाते थे, तो इसी वेब ब्राउजर पर काम किया करते थे.


इंटरनेट एक्सप्लोरर की जगह लेगा यह ब्राउजर


इंटरनेट एक्सप्लोरर के बंद होने का मतलब यह नहीं है कि अब बाजार में माइक्रोसॉफ्ट का कोई ब्राउजर नहीं रहेगा. इसकी जगह क्रोमियम आधारित माइक्रोसॉफ्ट एज (Microsoft Edge) ब्राउजर ले रहा है, जो कि विंडोज और मैकओएस सभी को सपोर्ट करता है. इसे डाउनलोड करके आप लिगेसी वर्जन को रिप्लेस कर सकते हैं. माइक्रोसॉफ्ट ने इसकी स्पीड और परफॉर्मेंस को लेकर बड़े-बड़े दावे किए हैं. कहा है इसमें इनबिल्ट प्राइवेसी और सिक्योरिटी मिलेगी.


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