सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और YouTube आदि पर लोग व्यूज पाने के लिए कई झूठे दावे करते हैं. कई बार क्रिएटर्स अपने वीडियो पर ऐसे भ्रामक थंबनेल डालते हैं, जो एकदम से दर्शकों का ध्यान खींच पाते हैं. आजकल एक ऐसे ही थंबनेल की चर्चा हो रही है. इसमें दावा किया गया है कि केंद्र सरकार यूजर्स को फ्री मोबाइल रिचार्ज दे रही है. आइए जानते हैं कि इस दावे की पीछे की सच्चाई क्या है और क्या सरकार में सच में फ्री मोबाइल रिचार्ज दे रही है.
सरकार ने फर्जी बताया दावा
दरअसल, एक यूट्यूब वीडियो के थंबनेल में दावा किया गया है कि भारत सरकार फ्री मोबाइल रिचार्ज दे रही है. इसके लिए किसानों को 4,000 रुपये और मजदूरों को 51,000 रुपये फ्री दिए जाएंगे. इसमें 50 करोड़ लोगों की लिस्ट तैयार होने का भी दावा किया गया है. PIB की फैक्ट चेक यूनिट ने केंद्र सरकार द्वारा सभी भारतीय यूजर्स को फ्री मोबाइल रिचार्ज दिए जाने के दावे को झूठ बताया है. PIB की तरफ से कहा गया है कि एक यूट्यूब चैनल के वीडियो थंबनेल में किया गया यह दावा फर्जी है. सतर्क रहें. ऐसे लुभावने दावों के झांसे में न आएं.
सोशल मीडिया का सावधानी से उपयोग जरूरी
सोशल मीडिया पर भ्रामक दावों की भरमार है. ऐसे में इसका उपयोग करते समय सावधानी बरतना जरूरी है. आजकल साइबर ठग भी सोशल मीडिया पर लुभावने दावे कर लोगों को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं. वो फ्री ऑफर या सरकारी योजनाओं का लालच देकर सोशल मीडिया पर लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं. एक बार लोगों का भरोसा जीतने के बाद वो देखते ही देखते उनका बैंक खाता खाली कर देते हैं. देशभर में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. इसे देखते हुए सरकार भी लगातार ऐसे स्कैम से लोगों को जागरूक कर रही है.
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