कई बार इमरजेंसी में फोन को दूसरे चार्जर से चार्ज करना पड़ जाता है. ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल आता है कि क्या ज्यादा पावर वाले चार्जर से चार्ज करने फोन खराब तो नहीं हो जाएगा. अगर आपको भी यह सवाल परेशान करता है तो आज हम इसका जवाब लेकर आए हैं. इससे आपको पता चल जाएगा कि कम कैपेसिटी वाला फोन हाई-पावर वाले चार्जर से चार्ज होने पर खराब होगा या नहीं.
ज्यादा पावर वाले चार्जर से चार्जिंग है सुरक्षित
अगर आपका फोन 18W का है और आप इसे 80W या 100W के चार्जर से चार्ज करते हैं तो घबराने की कोई जरूरत नहीं है. यह पूरी तरह सुरक्षित है और इससे आपके फोन और बैटरी को कोई नुकसान नहीं होगा. इसके लिए चार्जर और स्मार्टफोन में एक टेक्नोलॉजी होती है, जिसे पावर नेगोशिएसन प्रोटोकॉल कहा जाता है. यह टेक्नोलॉजी सुनिश्चित करती है कि फोन को उसकी कैपेसिटी के हिसाब से ही पावर मिले. इसलिए अगर आप ज्यादा पावर वाला चार्जर यूज करेंगे, तब भी फोन को उसकी कैपेसिटी के हिसाब से ही चार्जिंग मिलेगी.
कैसे काम करती है यह टेक्नोलॉजी
पावर नेगोशिएसन प्रोटोकॉल चार्जर को यह बता देता है कि फोन की कितनी कैपेसिटी है और उसे चार्ज होने के लिए कितनी पावर की जरूरत पड़ेगी. इसके बाद चार्जर केवल उतनी ही पावर डिलीवर करता है. उदाहरण के तौर पर 18W वाले फोन को 100W वाले चार्जर से भी केवल 18W पावर ही सप्लाई होगी. इससे फोन और बैटरी सुरक्षित रहते हैं.
बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम भी करता है मदद
आजकल स्मार्टफोन में बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम भी होता है. यह पावर नेगोशिएशन प्रोटोकॉल का यूज करते हुए चार्जिंग वॉल्टेज, टेंपरेचर और करंट का मैनेज करता है. अगर चार्जिंग के दौरान फोन ओवरहीट हो जाता है तो यह चार्जिंग को बंद कर देता है, जिससे बैटरी सुरक्षित रहती है.
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