इस डिजिटल युग में पासवर्ड्स हमारा सब कुछ हैं. अगर गलती से ये किसी को पता चल जाएं तो हमारी सालों की मेहनत, कमाई आदि सब कुछ मिट्टी में मिल सकती है. कहने का मतलब हैकर्स पासवर्ड को चुराकर सारा पैसा उड़ा सकते हैं, साथ ही निजी डेटा का गलत तरीके से भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इस बीच IIT हैदराबाद के कुछ रिसर्चर्स ने पासवर्ड मैनेजर ऐप्स को लेकर एक चेतावनी जारी की है. रिसर्चर्स ने बताया कि कुछ पॉपुलर एंड्रॉइड पासवर्ड मैनेजर ऐप्स लोगों के निजी डेटा लीक कर रहे हैं. अगर आप भी अपने पासवर्ड्स को सेफ करने के लिए इन ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं तो फौरन इन्हें डिलीट कर दें. 


इन ऐप्स को फौरन करें डिलीट 


रिसर्चर्स ने पाया कि इन एंड्रॉइड ऐप्स में ऑटोफिल के दौरान AutoSpill नाम की एक खामी है जो ऐप्स को यूजर्स का डेटा चोरी करने में मदद करती है. ब्लीपिंग कंप्यूटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, रिसर्चर्स ने दिखाया कि कैसे ये खामी ऐप्स को बिना कोई कोड बदले भी ऑटोफिल प्रक्रिया के दौरान यूजर्स का डेटा चोरी करने की अनुमति देती हैं. जब कोई ऐप एप्पल, फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट या गूगल जैसी सेवाओं के लिए लॉगिन पेज लोड करता है तो एंड्रॉइड पर ये पासवर्ड मैनेजर ऐप्स यूजर्स के अकाउंट के क्रेडेंशियल को स्वचालित रूप से टाइप करने के लिए प्लेटफ़ॉर्म के वेबव्यू फ्रेमवर्क का उपयोग करते हैं और डेटा को चोरी करते हैं.


1Password


1पासवर्ड के सीटीओ पेड्रो कैनाहुती ने ब्लीपिंगकंप्यूटर को बताया कि हमारे ग्राहकों के सबसे महत्वपूर्ण डेटा को सुरक्षित रखना 1पासवर्ड पर हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. ऑटोस्पिल के लिए एक सॉल्‍यूशन की पहचान कर ली गई है और वर्तमान में उस पर काम किया जा रहा है. यानि कंपनी सिक्योरिटी पैच पर काम कर रही है. इसी तरह LastPass ऐप में भी कमजोरी पाई गई है. EnPass, Keepass2Android और Keeper जैसे ऐप्स भी यूजर्स को डेटा को लीक कर रहे हैं. 


ये 2 ऐप्स हैं सेफ 


Dashlane और Google Smart Lock ऐप्स को पासवर्ड को सेफ करने के लिए यूज किया जा सकता है. इनमें कोई भी कमजोरी नहीं पाई गई है.


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