Mobile SMS: क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप अपने फोन से कोई मैसेज भेजते हैं तो वह कुछ ही सेकंड में दूसरे मोबाइल पर कैसे पहुंच जाता है? ये प्रक्रिया दिखने में बेहद आसान लगती है, लेकिन इसके पीछे एक पूरी टेक्नोलॉजी और नेटवर्क सिस्टम काम करता है जो मिलकर हर SMS को उसकी मंजिल तक पहुंचाते हैं. आइए समझते हैं कि एक मैसेज आपके मोबाइल से दूसरे फोन तक कैसे यात्रा करता है.

Continues below advertisement

जब आप सेंड बटन दबाते हैं

जब आप अपने फोन से मैसेज भेजते हैं और Send पर क्लिक करते हैं तो वह मैसेज सबसे पहले आपके मोबाइल नेटवर्क (जैसे Jio, Airtel, या Vi) के नजदीकी सेल टावर तक पहुंचता है. इस दौरान फोन सिग्नल फ्रीक्वेंसी के जरिए उस टावर से कनेक्ट होता है.

SMSC तक पहुंचना

हर मोबाइल नेटवर्क का अपना एक SMSC (Short Message Service Center) होता है, जो सभी मैसेज को मैनेज करता है. जब आपका मैसेज सेल टावर से निकलता है तो वह सीधे SMSC तक पहुंचता है. यह सर्वर असल में उस मैसेज का "पोस्ट ऑफिस" होता है यानी, यह तय करता है कि मैसेज कहां भेजना है और कब डिलीवर करना है.

Continues below advertisement

रिसीवर नेटवर्क से कनेक्शन

अगर मैसेज उसी नेटवर्क (जैसे Jio से Jio) पर भेजा जा रहा है तो SMSC उसी नेटवर्क के रिसीवर टावर से कनेक्ट होकर मैसेज पहुंचा देता है. लेकिन अगर मैसेज दूसरे नेटवर्क (जैसे Airtel से Vi) पर जा रहा हो तो SMSC पहले इंटरकनेक्ट गेटवे के जरिए दूसरे नेटवर्क से संपर्क करता है ताकि मैसेज सही यूज़र के फोन तक पहुंच सके.

रिसीवर मोबाइल तक पहुंचना

जैसे ही SMSC को कन्फर्मेशन मिलता है कि रिसीवर का फोन नेटवर्क से जुड़ा है और सिग्नल मिल रहा है तो मैसेज तुरंत उस डिवाइस तक भेज दिया जाता है. फोन के अंदर मौजूद SIM कार्ड और नेटवर्क मॉड्यूल उस मैसेज को रिसीव करते हैं और वह इनबॉक्स में दिखाई देने लगता है.

सेकंडों में पूरा सफर

आपका मैसेज इन सभी स्टेप्स से गुजरते हुए आमतौर पर 1 से 3 सेकंड में ही पहुंच जाता है. अगर नेटवर्क कमजोर हो या रिसीवर फोन ऑफ हो तो SMSC मैसेज को अपने सर्वर में स्टोर कर लेता है और जैसे ही फोन चालू होता है तुरंत उसे डिलीवर कर देता है.

यह भी पढ़ें:

क्या ChatGPT से हुई बातचीत पर है कंपनी की नजर? प्राइवेसी और डेटा सेफ्टी से जुड़ी ये बातें जानना हैं जरूरी