CERT-In Alert: भारत सरकार की साइबर सिक्योरिटी विंग, सीईआरटी-इन (CERT-In) यानी इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम ने गूगल के एंड्रॉइड मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा संचालित स्मार्टफोन को प्रभावित करने वाली कमियों के बारे में 'उच्च' गंभीरता वाली चेतावनी जारी की है. भारत सरकार की साइबर सिक्योरिटी विंग द्वारा शेयर किए गए डिटेल्स के मुताबिक एंड्रॉयड डिवाइसों के अलग-अलग हार्डवेयर कंपोनेट्स की समस्याओं के कारण इनके ओएस में कमियां यानी बग्स मौजूद हैं. इनमें फ्रेमवर्क, सिस्टम, मीडियाटेक कंपोनेट्स, वाइडवाइन, क्वालकॉम कंपोनेट्स और क्वालकॉम क्लोज़्ड सोर्स कंपोनेट्स शामिल हैं.


सरकारी साइबर सिक्योरिटी विंग की चेतावनी


इसके अलावा  CERT-In ने एक अलग पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने एप्पल यूज़र्स के लिए भी चेतावनी जारी की है. साइबर सिक्योरिटी विंग ने iPhones, iPads, PCs और यहां तक कि Apple Vision Pro समेत एप्पल के सभी डिवाइस में बग्स मौजूद होने की जानकारी दी है, जो यूज़र्स की प्राइवेसी के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है.


एप्पल और एंड्रॉयड डिवाइस में मौजूद इन बग्स से होने वाले नुकसान को सरल भाषा में समझें तो हैकर्स किसी भी यूज़र्स के मोबाइल मौजूद कोई भी सिक्योर और प्राइवेट डेटा चुरा सकते हैं. यूज़र्स को फोन को अपने हिसाब से कंट्रोल कर सकते हैं, बैंक अकाउंट डिटेल्स चुराकर चूना लगा सकते हैं, निजी तस्वीरों को चुराकर यूज़र्स को ब्लैकमेल कर सकते हैं, यहां तक की आपके कॉन्टैक्ट्स में मौजूद लोगों का नंबर लेकर उन्हें भी आपके नाम पर ब्लैकमेल कर सकते हैं. 


ऐसे में सवाल उठता है कि ऐसे हैकर्स और उनके द्वारा किए जाने वाले साइबर क्राइम से बचने का क्या तरीका है. आइए हम आपको अपने इस आर्टिकल में उन्हीं उपायों के बारे में बताते हैं, जिसके बाद आप काफी हद तक अपने एंड्रॉयड और आईओएस डिवाइस को हैकर्स से सिक्योर कर सकते हैं.


एंड्रॉयड डिवाइस के सिक्योरिटी अपडेट्स



  • गूगल ने एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले डिवाइस में आई समस्या को ठीक करने के लिए पहले से ही एक सिक्योरिटी पैच जारी कर दिया है.

  • सैमसंग ने भी अपने यूज़र्स के लिए लेटेस्ट सिक्योरिटी पैच अपडेट जारी किया है.

  • लिहाजा, गूगल पिक्सल और सैमसंग स्मार्टफोन के यूज़र्स अपने डिवाइस को हैकर्स और उनके द्वारा किए जाने वाले साइबर क्राइम से बचने के लिए अपने डिवाइस में मौजूद ओएस का लेटेस्ट वर्ज़न डाउनलोड कर सकते हैं.


एंड्रॉयड डिवाइस वालों के लिए जरूरी टिप्स


किसी भी कंपनी का एंड्रॉयड फोन यूज़ करने वाले यूज़र्स को समय-समय पर अपने फोन की सेटिंग्स में जाकर अपडेट चेक करना चाहिए और अपने डिवाइस के लेटेस्ट ओएस वर्ज़न को डाउनलोड करना चाहिए.


कंपनियां अपने-अपने ओएस को लगातार बेहतर और उसमें लेटेस्ट सिक्योरिटी पैच अपडेट करती है, ताकि उनके डिवाइस यूज़ करने वाले यूज़र्स हैकर्स के खतरे से बचें रहें.


इसके अलावा एंड्रॉयड यूज़र्स को अपने फोन का वाई-फाई, ब्लूटूथ, और लोकेशन जरूरत ना होने पर बंद रखना चाहिए.


किसी भी पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, फिर चाहे वहां फ्री वाई-फाई ही उपलब्ध क्यों ना हो. 


अपने निजी वाई-फाई का इस्तेमाल करना चाहिए और उसमें भी हमेशा स्ट्रॉग पासवर्ड अपडेट करते रहना चाहिए.


अपने डिवाइस का पासवर्ड कभी भी अपने नाम, बर्थडे, मैरिज-डे, मम्मी का नाम, पापा का नाम या किसी भी ऐसे नाम या नंबर्स का नहीं बनाना चाहिए, जो आपके दोस्त या रिस्तेदार जानते हैं. 


अपने डिवाइस का पासवर्ड हमेशा लेटर, नंबर और कैरेक्टर्स को जोड़कर एक स्ट्रॉग कॉम्बिनेशन के साथ बनाना चाहिए. 


अपने किसी भी पासवर्ड्स को याद रखने के लिए क्लाउड, या गूगल ड्राइव जैसी जगहों पर सेव करके ना रखें, क्योंकि हैकर्स आसानी से आपके क्लाउड या ड्राइव का एक्सेस लेकर सभी पासवर्ड्स जान सकते हैं.


सरकार और कंपनियों द्वारा जारी किए जाने वाली चेतावनी पर हमेशा नजर रखनी चाहिए और बताए गए जरूरी निर्देषों का ख्याल रखना चाहिए.


एप्पल डिवाइस के सिक्योरिटी अपडेट्स


एप्पल ने इन बग्स के लिए पहले ही सिक्योरिटी पैच जारी कर दिया है. एप्पल डिवाइस यूज़र्स को अपने डिवाइस पर एप्पल आईओएस डिवाइस के लेटेस्ट ओएस को डाउनलोड करना होगा. आइए हम आपको एप्पल डिवाइस में आए लेटेस्ट सिक्योरिटी अपडेट्स के नाम बताते हैं:



  • VisionOS 1.1.1

  • macOS Monterey और macOS Ventura पर Safari version 17.4.1

  • macOS Ventura वर्ज़न 13.6.6

  • macOS Sonoma वर्ज़न 14.4.1

  • iPadOS 17.4.1 और iOS वर्ज़न 17.4.1

  • iOS 16.7.7 और iPadOS 16.7.7


एप्पल यूज़र्स अपने-अपने आईओएस डिवाइस में इन लेटेस्ट सिक्योरिटी पैच को डाउनलोड करने के अलावा नीचे बताए गए इन जरूरी सिक्योरिटी टिप्स को जरूर याद रखें.


एप्पल डिवाइस वालों के लिए जरूरी टिप्स


यूज़र्स को हमेशा Apple iOS, iPadOS, macOS और VisionOS को लेटेस्ट वर्ज़न में अपडेट करना चाहिए, जिसमें जरूरी सिक्योरिटी पैच शामिल हों.


किसी हैकर्स द्वारा आपके डिवाइस का अनधिकृत एक्सेस लेने वाले खतरे को कम करने के लिए असुरक्षित या सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क से अपने डिवाइस को कभी कनेक्ट ना करें. 


आप हमेशा अपने निजी वाफफाई से ही मोबाइल को कनेक्ट करें और अपने निजी वाईफाई में भी एक स्ट्रॉग पासवर्ड लगाकर रखें.अपने निजी वाईफाई का पासवर्ड किसी अनजान व्यक्ति को ना बताएं.


डिवाइस में मौजूद बैंक डिटेल्स जैसी अति महत्वपूर्ण निजी जानकारियों को बचाएं रखने के लिए हमेशा अपने डिवाइस में टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का उपयोग करें.


कोई भी ऐप या सॉफ्टवेयर डाउनलोड करते वक्त सावधानी बरतें और मैलवेयर के जोखिम को कम करने के लिए सिर्फ एप्पल ऐप स्टोर और किसी प्रतिष्ठित सोर्स से ही ऐप या सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करें.


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