अच्छी क्वालिटी वाला चार्जर न सिर्फ फोन को जल्दी चार्ज करता है बल्कि यह बड़े नुकसान से भी बचा सकता है. खराब क्वालिटी के चार्जर से बैटरी लाइफ पर तो नेगेटिव असर पड़ता ही है, साथ ही यह कई मामलों में ब्लास्ट का भी कारण बन सकता है. इसे देखते हुए सरकार ने भी सबस्टैंडर्ड चार्जर से दूरी बनाए रखने की सलाह दी है. सरकार के कंज्यूमर अफेयर्स डिपार्टमेंट ने जागो ग्राहक जागो हैंडल से पोस्ट करते हुए लिखा सबस्टैंडर्ड चार्जर से भारी नुकसान हो सकता है.

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सरकार ने दी यह सलाह

जागो ग्राहक जागो हैंडल की पोस्ट में लिखा गया है, 'हम अपने फोन और चार्जर हमेशा साथ रखते हैं, लेकिन नकली प्रोडक्ट खतरनाक हो सकते हैं। CRS मार्क आपके डिवाइस या चार्जर पर सिर्फ मार्क नहीं, सुरक्षा का निशान है। खरीदते समय इसे जरूर देखें और सुरक्षित रहें!' साथ ही कहा गया है कि बिना CRS मार्क वाला चार्जर आपके फोन और आपकी सुरक्षा दोनों के लिए खतरा हो सकता है. 

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नकली चार्जर से फट सकता है फोन

नकली या खराब क्वालिटी वाले चार्जर से फोन चार्ज करना बेहद जोखिम भरा हो सकता है. इनकी सबसे बड़ी समस्या यह होती है कि ये जल्दी गर्म हो जाते हैं. इससे फोन के इंटरनल पार्ट्स के खराब होने का डर रहता है, साथ ही इनसे फोन में आग लग सकती है. पहले कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब फोन में ब्लास्ट होने के कारण लोगों की जान तक चली गई.

ऐसे चार्जर खरीदने से बचें

कई लोग अकसर जल्दबाजी में बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन या मार्केट आदि से नकली चार्जर खरीद लेते हैं. इन्हें असली कहकर बेचा जाता है, लेकिन ये नकली होते हैं. नकली चार्जर या उसके पैकेजिंग पर CRS का निशान नहीं होता. साथ ही इनका वजन हल्का होता है. लागत कम करने के लिए इनमें जरूरी उपकरण नहीं जोड़े जाते, जिनसे ये असली के मुकाबले काफी हल्के होते हैं. इसके अलावा इनके साथ मिलने वाली केबल भी खराब क्वालिटी की होती है. ऐसे चार्जर खरीदने से हमेशा बचना चाहिए.

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