PhonePe : फोन-पे ने गूगल और एप्पल ऐप स्टोर के एकाधिकार को खत्म करने के लिए एंड्रॉयड यूजर्स के लिए इंडस ऐपस्टोर लॉन्च करने जा रहा है. फोन-पे के अनुसार फिलहाल इंडस ऐप स्टोर यूजर्स के लिए फ्री रहेगा और इसमें उपलब्ध सभी सामग्री का यूज एंड्रॉयड यूजर्स कर सकेंगे.



आपको बता दें काफी समय से गूगल और एप्पल पर अपने ऐप्स को प्रमोट करने का आरोप लगा रहा था. साथ ही दूसरे ऐप्स का कहना था कि ये दोनों ऐप स्टोर केवल अपने ही ऐप्स को प्रमोट करने का काम करते हैं. ऐसे में फोन-पे का उठाया गया ये कदम काफी अहम माना जा रहा है. आइए जानते हैं फोन-पे के इंडस ऐप स्टोर के बारे में सबकुछ.


इंडस ऐप की कितनी होगी फीस?


फोन-पे के अनुसार फिलहाल इंडस ऐप को एंड्रॉयड यूजर्स के लिए फ्री रखा जाएगा और कंपनी अगले एक साल तक इस पर कोई शुल्क नहीं लगाने वाली. वहीं एक साल के बाद यूजर्स मामूली फीस देकर इंडस ऐप को यूज कर सकेंगे. 


इंडस ऐपस्टोर इन-ऐप भुगतान के लिए डेवलपर्स से कोई प्लेटफ़ॉर्म शुल्क या कमीशन नहीं लेगा. डेवलपर्स अपनी पसंद के किसी भी भुगतान गेटवे को अपने ऐप्स के अंदर एकीकृत करने के लिए स्वतंत्र होंगे. यह Google और Apple के ऐप स्टोर के विपरीत है, जो इन-ऐप खरीदारी के लिए 30% कमीशन चार्ज करने हैं. इस वजह से गूगल और एप्पल ऐप स्टोर को आलोचना का सामना करना पड़ा था.


भारत में 2026 तक होंगे इतने स्मार्टफोन यूजर्स


एक रिचर्स के अनुसार भारत में 2026 तक 1 बिलियम स्मार्टफोन यूजर्स होंगे, जिसमें सबसे ज्यादा यूजर्स एंड्रॉयड फोन के होंगे. ऐसे में फोन-पे अपने इंडस ऐप को 12 भारतीय भाषाओं में लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है. PhonePe के अनुसार, इंडस ऐपस्टोर में नए ऐप्स को बेहतर दृश्यता के साथ-साथ सर्च करने के अनुकूल बनाता है, इसके लिए इसमें 'लॉन्च पैड' नामक एक समर्पित अनुभाग होगा. प्लेटफ़ॉर्म अधिकांश एंड्रॉइड डेवलपर्स के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए कई डेवलपर टूल और सुविधाएँ भी प्रदान करेगा, जिसमें भारत में स्थित एक समर्पित चौबीस घंटे ग्राहक सहायता टीम और अंग्रेजी के अलावा 12 भारतीय भाषाओं में अपने ऐप को सूचीबद्ध करने का विकल्प भी शामिल है.


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