Google Pixel Fold: गूगल ने हाल ही में अपना पहला फोल्डेबल स्मार्टफोन पिक्सेल फोल्ड रिलीज किया है. कंपनी ने इसकी मार्केटिंग किसी भी फोल्डेबल डिवाइस या स्मार्टफोन में सबसे मजबूत प्रोडक्ट के तौर पर की है. gizchina की खबर के मुताबिक, लेकिन गूगल का यह क्लेम एक धोखा साबित हुआ है. दरअसल पिक्सेल फोल्ड टफ ड्यूरेबिलिटी टेस्टिंग में सफल नहीं रहा. हुआवेई और सैमसंग जैसी कंपनियों के फोल्डेबल डिवाइस भी इस टेस्ट से गुजरे और सफल रहे, लेकिन Google Pixel Fold के लिए ऐसा अब नहीं कहा जा सकता.
किसने किया टेस्ट
पिक्सेल फोल्ड टफ ड्यूरेबिलिटी टेस्टिंग से गुजरने वाला लेटेस्ट डिवाइस है. कंपनी का भी ऐसे टेस्ट से गुजरने का यह पहला प्रयास है. रिपोर्ट के मुताबिक, टेस्ट के दौरान गूगल का यह हैंडसेट लगभग आधा टूट गया. टेस्ट में पाया गया कि टफ सिचुएशन में स्थिर हिंज फोन को एक साथ रखने में सक्षम नहीं था. एक पॉपुलर यूट्यूब कंटेंट क्रिएटर JerryRigEverything,जो स्मार्टफोन का ड्यूरेबिलिटी टेस्टिंग करने के लिए जाना जाता है, ने Google पिक्सेल फोल्ड पर अपना सामान्य टेस्ट किया.
किस तरह के हुए टेस्ट
यूट्यूब कंटेंट क्रिएटर ने पिक्सेल फोल्ड का टेस्ट स्क्रैच रेसिस्टेंस टेस्ट, फायर और डस्ट एंगल से किया. स्क्रैच रेसिस्टेंस टेस्ट अंदर और बाहर दोनों की स्क्रीन को लेकर किया गया. फायर टेस्ट में यह पाया गया कि पिक्सेल फोल्ड (Google Pixel Fold) का स्क्रीन हीट का सामना कितना कर पाता है. गौर करने वाली बात यह है कि फायर के सामने महज 8 सेकेंड में हैंडसेट ऑटोमैटिकली ऑफ हो गया. फोन कुछ मिनटों के लिए ऑन नहीं हुआ. ठंडा होने पर फिर ऑन हुआ. डेस्ट टेस्ट में हालांकि फोन सफल रहा.
बाकी कंपनियों के मुकाबले गूगल कितना टिक पाएगी
रिपोर्ट के मुताबिक, पिक्सेल फोल्ड शुरू के टेस्ट में सफल रहा. लेकिन टफ ड्यूरेबिलिटी टेस्टिंग में फेल हो गया. जब डिवाइस को उल्टी दिशा में मोड़ा जाने लगा तो फ्रेम ने साथ छोड़ दिया. ज्यादा डैमेज होने के चलते वह वापस फोल्ड नहीं हो सका. इस टेस्ट के बाद सवाल है कि क्या कंपनी बाकी फोल्डेबल डिवाइस के मुकाबले इसी कीमत पर इस हैंडसेट (Google Pixel Fold) के साथ सर्वाइव कर पाएगी. इससे सीख लेकर कंपनी शायद अगले एडिशन में टेस्ट से जुड़ी हर बात को ध्यान में रखेगी.
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