Google AI Chatbot: चैटजीपीटी के लोकप्रियता हासिल करने के बाद कहा जाने लगा था कि चैटजीपीटी गूगल के अस्तित्व को मिटा देगा. फिर खबर सामने आई कि गूगल भी अपना AI टूल लेकर आ रही है. गूगल ने पिछले महीने ही अपना AI चैटबॉट, बार्ड लॉन्च किया. गूगल की खूब वाहवाही होने लगी कि अब तो चैटजीपीटी टिक नहीं पायेगा, लेकिन बार्ड की लॉन्चिंग के कुछ समय बाद ही इसकी कमियां सामने आने लगीं. रॉयटर्स ने खुलासा किया था कि बार्ड ने अपने इंट्रोडक्शन विज्ञापन में एक एरर दिखाया था. यह तो सिर्फ एक एग्जांपल है, इससे अलग भी बार्ड की कई कमियां सामने आई थी. 


गूगल ने आरोपों को बताया बेबुनियाद


यह सब कुछ चल ही रहा था. फिर हाल ही में, गूगल पर इल्जाम लगा कि गूगल ने चैटजीपीटी के डेटा का इस्तेमाल करके बार्ड को ट्रेन किया था. IANS की रिपोर्ट बताती है कि द वर्ज को दिए एक बयान में गूगल ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है. गूगल के स्पोक्सपर्सन क्रिस पप्पस ने द वर्ज को बताया, "बार्ड को ShareGPT या ChatGPT के किसी भी डेटा पर ट्रेन नहीं किया गया है." ShareGPT का जिक्र इसलिए किया गया है क्योंकि आरोप लगा था कि गूगल ने ShareGPT नाम की एक वेबसाइट से ChatGPT का डेटा हासिल किया था. 


गूगल पर लगाए गए आरोप


आरोप यह भी था कि पूर्व गूगल AI इंजीनियर जैकब डिवालिन ने OpenAI में शामिल होने के लिए कंपनी छोड़ी थी. पूर्व गूगल कर्मचारी ने गूगल को चेटजीपीटी के डेटा का इस्तेमाल नहीं करने के लिए वार्निंग भी दी थी. कर्मचारी ने कहा था कि  यह ओपनएआई की सर्विस टर्म्स के खिलाफ है. एक सूत्र ने द इन्फॉर्मेशन को बताया था कि पूर्व कर्मचारी की वार्निंग के बाद गूगल ने ChatGPT के डेटा का इस्तेमाल बंद कर दिया था.


पब्लिक टेस्टिंग के लिए बार्ड रोल आउट


इस बीच, गूगल ने हाल ही में बार्ड को पब्लिक टेस्टिंग के लिए रोल आउट कर दिया है. इससे पहले Bard पब्लिक के लिए उपलब्ध नहीं था. अब एक ऑफिशियल ब्लॉग पोस्ट में, गूगल ने घोषणा की कि बार्ड US और UK में कुछ यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा. अब जो लोग नए AI चैटबॉट का इस्तेमाल करना चाहते हैं, उन्हें साइन अप करना होगा और एक्सेस हासिल करने के लिए इंतजार करना होगा.


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