नई दिल्ली: गैजेट्स हमारी जिंदगी का एक ऐसा हिस्सा बन चुके हैं जिसके बगैर हम अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते है. इन गैजेट्स की मदद से हम बात करते हैं, घूमते हैं, काम करते हैं और मनोरंजन भी. साल 2019 में गैजेट की दुनिया में काफी कुछ बेहतरीन होने वाला है. तो चलिए देखते हैं कि आखिर वो क्या चीजें हैं. फोल्डेबल स्मार्टफोन्स
Source: royale corporation फोल्डेबल स्मार्टफोन अब हकीकत में बदल रहें हैं. इन स्मार्टफोन्स को OLED पैनल्स की मदद से बनाया जा रहा है जहां ये बीच से मुडेंगे वो भी बिना किसी नुकसान के. अमेरिकी आधारित डिस्प्ले मेकर कंपनी रॉयल कॉर्प ने फ्लेक्सपाइ के साथ फोल्डेबल फोन की शुरूआत की. जिसके बाद सैमसंग ने भी अपने फोल्डेबल फोन का एलान कर दिया. अब हाल ही में LG ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है कि वो भी फोल्डेबल स्मार्टफोन मार्केट में उतारने वाला है. यानी की इन सब कंपनियों के अलावा आप नोकिया, एपल और लेनोवो की तरफ से भी फोल्डेबल फोन देख सकते हैं. eSIM: आनेवाले समय में आपके स्मार्टफोन में सिम कार्ड की जरूरत नहीं होगी यानी की कोई भी चिप नहीं. ईसिम टेक्नॉलजी का आगाज हो चुका है जहां एपल आईफोन और एपल वॉच में इस टेक्नॉलजी का इस्तेमाल किया जा रहा है.  मार्केटसैंडमार्केट्स की रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 तक ई सिम मार्केट 253 बिलियन डॉलर से 978 बिलियन डॉलर हो जाएगा. भारत में जियो और एयरटेल ने इस सर्विस की शुरूआत कर दी है.
आवाज जो काम करेगा इंटरफेस की तरह: आज कल तकरीबन सभी गैजेट्स में आवाज से काम हो जाता है. लेकिन आनेवाले समय में आपको रिमोट की भी जरूरत नहीं पड़ेगी यानी की आपकी आवाज से ही टीवी का चैनल बदल जाएगा. वॉयस इंटरफेस धीरे धीरे काफी बेहतरीन तरीके से काम करेगा यानी की जो भी कहा जाएगा वो समझेगा या करेगा. आसान शब्दों में आपके पास आपका खुद का रोबोट होगा लेकिन वो सिर्फ गैजेट में ही मौजूद होगा. ट्रैकटिका की रिपोर्ट के अनुसार वॉयस और स्पीच रिकॉग्निशन मार्केट साल 2017 में जहां 1.1 बिलियन था तो वहीं 2025 तक ये 6.9 बिलियन तक पहुंच जाएगा.
source: CHATBOTA MAGAZINE मेडिकल डिवाइस की तरह काम करेंगे वियरेबल: वियरेबल अब स्टेप या कैलोरी नांपने के लिए नहीं है बल्कि अब आप ECG/EKG की भी जांच कर सकते हैं तो वहीं दिल की धड़कनों को भी पहचान सकते हैं. हालांकि ये फीचर अभी भारत में नहीं आया है लेकिन अमेरिका में इस फीचर का इस्तेमाल किया जा रहा है.
गेमिंग स्मार्टफोन्स: साल 2018 में गेमिंग इंडस्ट्री का रेवेन्यू 15.5 बिलियन डॉलर है तो वहीं स्मार्टफोन गेमिंग में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है. वहीं अब स्मार्टफोन कंपनिया ऐसे स्मार्टफोन बना रही हैं जिसमें गेम्स खेले जा सके वो भी हाई लेवल पर.
फोन में कई सारे कैमरे: फोन अब फोन नहीं रहे वो कैमरा बन गए हैं. जी हां फोन कंपनियां अब इतने बेहतरीन कैमरा दे रहीं हैं कि अब आपको किसी महंगे कैमरे की जरूरत नहीं है.  हुवावे मेट 20 प्रो और पी20 प्रो के पीछे तीन कैमरे हैं. सैमसंग गैलेक्सी ए9 में 4 कैमरे हैं तो वहीं नोकिया 5 कैमरे वाला स्मार्टफोन लाने वाला है. काउंटरप्वाइंट की एक रिपोर्ट के अनुसार जुलाई 2018 में बिके स्मार्टफोन्स में 42 प्रतिशत फोन में डुअल और तीन कैमरे थे. तो वहीं सैमसंग ने कहा कि 2019 में लॉन्च होने वाले 10 प्रतिशत स्मार्टफोन्स में वो तीन कैमरे देगा.
5G स्मार्टफोन: साल 2020 तक 5G दस्तक दे देगा जहां भारत की मुलाकात दुनिया से होगी. पहला 5जी चिपेसट वाले स्मार्टफोन में स्नैपड्रैगन 855 का इस्तेमाल किया जाएगा. वनप्लस के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर पीट लाउ का कहना है कि 5जी फोन की कीमत 200 डॉलर से 300 डॉलर के बीच होगी. वहीं अमेरिकी टेलीकॉम कंनपी AT&T इंक ने और वेरजॉन ने इस बात का एलान किया है कि वो सैमसंग के साथ मिलकर 5जी स्मार्टफोन लॉन्च करेगी. अप्रैल 2018 के रिपोर्ट के अनुसार काउंटरप्वाइंट रिसर्च के अनुसार साल 2021 तक 5 जी स्मार्टफोन 255 प्रतिशत तक बढ़ेगा जहां 110 मिलियन यूनिट्स होंगी.