मुंबई: टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने आज कहा कि उसने कुछ विदेशी बैंकों से एक अरब डालर मूल्य का टर्म लोन लेने का फैसला किया है. कंपनी इस लोन का इस्तेमाल सैमसंग व ऐस टेक्नोलाजीज जैसी कंपनियों से अपनी खरीद की फाइनेंसिंग करेगी. इस कर्ज को कोरिया ट्रेड इंश्योरेंस कार्पोरेशन से बीमा कवर दिया जायेगा.

कंपनी का कहना है कि इस कर्ज की व्यवस्था आस्ट्रेलिया एंड न्यूजीलैंड बैंकिंग ग्रुप , एचएसबीसी , बीएनपी परिबा , कोमर्जबैंक , सिटीबैंक , आईएनजी बैंक , जेपीमोर्गन चेज बैंक , मिजुहो बैंक , एमयूएफजी बैंक व बैंकों सेंटांदर से की गई है. बीते पांच साल में रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए यह चौथा सावधि कर्ज है.

नुकसान सह कर भी जियो दे रहा सस्ते टैरिफ हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई थी जिसके मुताबिक मुकेश अंबानी की कंपनी जियो अपनी इस प्राइस नीतियो से मार्के शेयर पर कब्जा करना चाहती है और इसके लिए जियो शॉर्ट-टर्म नुकसान सहने को भी तैयार है. बैंक ऑफ अमेरिका की एनालिस्ट मैरिल लिंच का कहना था कि जियो के प्रति यूजर एवरेज रेवेन्यू में 2019 के पहले क्वार्टर में गिरावट आ सकती है. इसके बाद भी जियो के आने वाले प्लान सस्ती कीमत मेम ज्यादा डेटा देते हैं जो कि ज्यादा से ज्यादा स्मार्टफोन यूजर्स को लुभाने ती नीति है. इकॉनमिक टाइम्स से अमेरिका के एक ब्रोकर ने बताया था कि भारत में 10 मिलियन स्मार्टफोन हर महीने बेचा जाता है और जियो उनमें से 6 मिलियन यूजर को जोड़ता है. ये दिखाता है कि सस्ती कीमत के साथ कंपनी मार्केट शेयर की ओर अपनी पहुंच बना रही है.