नई दिल्ली: एपल का प्रदर्शन दिन ब दिन लगातार नीचे गिर रहा है जिसका सीधा असर एपल की सेल्स पर पड़ रहा है. कंपनी को पहले ही चीन और भारत से झटका लग चुका है तो वहीं अब कंपनी 12 साल में दूसरी बार आईफोन की कीमत में कटौती करने जा रही है. इसकी वजह है डॉलर के मुकाबले दूसरे देशों की करेंसी में कमजोरी आई है.
एपल के सीईओ टीम कुक ने मंगलवार को कंपनी की इस योजना का एलान किया. बता दें कि इससे पहले साल 2007 में आईफोन की कीमतों में कटौती की गई ती. हालांकि एपल की तरफ से अभी तक इस बात की जानकारी नहीं आई है कि किन मार्केट्स में आईफोन की कीमत में कटौती की जाएगी. चीन के सेलर्स ने पहले ही आईफोन की कीमतों में कटौती कर दी है.
कंपनी ने सितंबर में लॉन्च हुए अपने फ्लैगशिप फोन आईफोन एक्सएस की कीमत $999 रखी थी, जो इससे पहले आईफोन एक्स की कीमत थी. कंपनी की यह रणनीति अमेरिका में कामयाब रही. मगर चीन, भारत और तुर्की जैसे मुल्कों में घरेलू करेंसी की कमजोरी की चलते विफल हो गई.
इससे पहले एपल ने महंगे डॉलर का बोझ ग्राहकों पर डाल दिया था. मंगलवार को कुक ने कहा कि एपल दुनिया के कई बाजारों में अपने फोन की कीमतों को एडजस्ट करने वाली है. इन्हें एक साल पहले की लोकल करेंसी तक पहुंचाया जाएगा. दूसरे शब्दों में, महंगे डॉलर का बोझ अब कंपनी उठाएगी.