Smartphone Apps: आजकल कई लोग फोन की बैटरी बचाने या प्रोसेसर को आराम देने के लिए एक साथ सारे ऐप्स बंद कर देते हैं. उन्हें लगता है कि बैकग्राउंड से ऐप हटाने पर फोन तेज चलेगा और बैटरी भी ज्यादा चलेगी. लेकिन सच्चाई इससे बिल्कुल उलट है. गलत ऐप्स बंद करना आपके फोन को और ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है. आइए जानें कौन-से ऐप्स को बंद करना सुरक्षित है और किन्हें कभी नहीं छेड़ना चाहिए.
क्या वाकई हर ऐप बंद करना चाहिए?
अधिकतर लोग सोचते हैं कि बैकग्राउंड से ऐप हटाने पर RAM खाली हो जाती है और फोन तेज चलता है. लेकिन आधुनिक स्मार्टफोन ऐसे डिजाइन होते हैं कि RAM का इस्तेमाल करना ही उनकी परफॉर्मेंस का हिस्सा है. हर बार ऐप को बंद करके दोबारा खोलने में ज्यादा प्रोसेसिंग और बैटरी खर्च होती है. इससे प्रोसेसर पर अतिरिक्त लोड पड़ता है और बैटरी भी तेजी से ड्रेन होती है.
ये ऐप्स बंद करेंगे तो होगा बड़ा नुकसान
सिस्टम Apps
फोन के Settings, Dialer, Messages, Google Play Services, Security App जैसे सिस्टम ऐप्स को बंद करने से फोन हैंग, लैग और नेटवर्क एरर आने लगते हैं. फोन का प्रोसेसर इन्हें बार-बार दोबारा स्टार्ट करता है जिससे डिवाइस पर बोझ बढ़ता है.
WhatsApp, Telegram, Banking Apps
ये ऐप्स नोटिफिकेशन पर आधारित होते हैं. इन्हें जबरदस्ती बंद कर देने से मैसेज, OTP और जरूरी अलर्ट टाइम पर नहीं आते. बार-बार इन्हें रीस्टार्ट कराने पर बैटरी और ज्यादा खर्च होती है.
Launcher और UI से जुड़े ऐप्स
Launcher या System UI को बंद करने से फोन क्रैश तक हो सकता है. स्क्रीन काली हो सकती है और फोन बार-बार रिबूट होगा.
किन ऐप्स को बंद करना फायदेमंद है?
भारी गेम्स और हाई-प्रोसेसिंग ऐप्स जैसे PUBG, Genshin Impact, वीडियो एडिटर या 3D ऐप्स. इन्हें गेम के बाद बैकग्राउंड में खुले छोड़ने से RAM व CPU पर लोड बढ़ता है. इसके अलावा फोटो एडिटिंग, शॉपिंग या ट्रैवल ऐप्स जिन्हें कभी-कभी ही खोलते हैं.
- फोन को सही तरीके से ऑप्टिमाइज़ करें
- बैटरी सेविंग मोड ऑन रखें
- ऑटो-स्टार्ट बंद करें (सिर्फ जरूरतहीन ऐप्स के लिए)
- ऐप की परमिशन और बैकग्राउंड डेटा चेक करें
- जरूरत हो तभी ऐप फोर्स-स्टॉप करें.
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