क्या आने वाले दस सालों में iPhone भी इतिहास बन जाएगा? Apple के बड़े अधिकारी Eddy Cue ने कुछ ऐसा ही संकेत दिया है, जिससे टेक की दुनिया में हलचल मच गई है.


Google के खिलाफ अमेरिका में चल रहे एंटीट्रस्ट केस में गवाही देते हुए Cue ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इतनी तेजी से आगे बढ़ रहा है कि हो सकता है, 2035 तक iPhone की जरूरत ही ना पड़े. 


उन्होंने इसे एक बड़ा 'टेक्नोलॉजिकल शिफ्ट' बताया और कहा, 'हम तेल या टूथपेस्ट नहीं बनाते, जो हमेशा चलेंगे. हो सकता है एक दिन iPhone की जरूरत ही ना रहे.'


AI बना सकता है iPhone को पुराना


Cue ने iPod का उदाहरण देते हुए कहा कि कैसे एक समय का सबसे पॉपुलर डिवाइस हमने बंद कर दिया था. अब वही हाल iPhone का भी हो सकता है. उन्होंने माना कि iPhone Apple की सबसे बड़ी कमाई का जरिया है, लेकिन AI जैसी नई तकनीकें गेम बदल सकती हैं.


AI से कंपनियों की हालत बदल सकती है


Cue ने कहा कि AI से बड़ी-बड़ी टेक कंपनियां भी पीछे छूट सकती हैं. उन्होंने बताया कि जब वो सिलिकॉन वैली आए थे, तब की टॉप कंपनियां, जैसे HP और Sun Microsystems आज या तो खत्म हो गई हैं या बहुत छोटी हो चुकी हैं.


Google की सर्च बादशाहत को खतरा


Apple और Google के बीच हर साल होने वाली $20 बिलियन (लगभग ₹1.66 लाख करोड़) की डील को लेकर Cue ने कहा कि फिलहाल Google सबसे बेहतर सर्च इंजन है, लेकिन AI से चलने वाले नए टूल्स भविष्य में इसे टक्कर दे सकते हैं. हालांकि अभी ये टूल्स उतने सक्षम नहीं हैं.


उन्होंने माना कि Microsoft Bing और DuckDuckGo जैसी कंपनियां Google का मुकाबला नहीं कर पा रहीं, लेकिन AI से लैस नई कंपनियां अलग सोच के साथ आ रही हैं और वही असली चुनौती बन सकती हैं.


Safari में कम हो रहा सर्च ट्रैफिक


Cue ने बताया कि हाल ही में Safari ब्राउजर पर सर्च करने वालों की संख्या में कमी आई है, क्योंकि लोग अब AI चैटबॉट्स से सीधे सवाल पूछ रहे हैं. यह पहली बार है जब ऐसा हुआ है.


Apple को हो सकता है बड़ा नुकसान


अगर Google के साथ डील खत्म होती है, तो Apple को बड़ा फाइनेंशियल झटका लग सकता है. Cue ने कहा कि यह समझ से बाहर है कि कानून Google को दोषी ठहरा रहा है, लेकिन नुकसान Apple को हो सकता है. उन्होंने कहा कि बिना डील के भी लोग शायद Google को ही चुनेंगे क्योंकि वही अभी सबसे अच्छा विकल्प है.


AI अब सिर्फ भविष्य की बात नहीं रहा, ये आज की हकीकत बनता जा रहा है. अगर AI इसी रफ्तार से आगे बढ़ता रहा, तो 2035 तक हम सब ऐसी दुनिया में रह सकते हैं जहां iPhone जैसे डिवाइस की जरूरत ही ना रह जाए. Eddy Cue की गवाही ने ये साफ कर दिया है कि टेक्नोलॉजी की दुनिया में कोई भी हमेशा के लिए नहीं होता और AI आने वाले कल को पूरी तरह बदल सकता है.