Apple Watch Secret: टेक दिग्गज Apple ने अपने एक पूर्व कर्मचारी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया है. कंपनी का कहना है कि यह कर्मचारी गुपचुप तरीके से Apple Watch से जुड़ी गोपनीय जानकारियां लेकर चीन की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी Oppo को सौंपने में शामिल था. मुकदमे के मुताबिक, एप्पल में सेंसर सिस्टम आर्किटेक्ट के पद पर काम करने वाले चेन शी (Chen Shi) ने हेल्थ सेंसिंग टेक्नोलॉजी से जुड़ी गोपनीय फाइलों तक पहुंच बनाई और उन्हें ओप्पो को लीक किया.

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गुप्त बैठकों और डाटा चोरी का आरोप

एप्पल का दावा है कि चेन शी ने कंपनी छोड़ने से पहले दर्जनों बार Apple Watch की तकनीकी टीम से वन-ऑन-वन मीटिंग की. इन बैठकों का उद्देश्य चल रहे रिसर्च और डेवलपमेंट की जानकारी जुटाना था. शिकायत पत्र में यह भी कहा गया है कि कंपनी छोड़ने से ठीक तीन दिन पहले, शी ने 63 दस्तावेज एक सुरक्षित फोल्डर से डाउनलोड किए और उन्हें यूएसबी ड्राइव में ट्रांसफर कर लिया. इतना ही नहीं, डाटा चोरी करने से पहले उन्होंने इंटरनेट पर यह तक सर्च किया कि “MacBook को कैसे पूरी तरह से वाइप करें” और “क्या कोई यह देख सकता है कि मैंने किसी साझा फाइल को खोला है या नहीं.”

Oppo पर भी संदेह की नजर

एप्पल का आरोप है कि इस पूरे मामले में ओप्पो भी शामिल था और उसने चेन शी को जानकारी जुटाने के लिए प्रोत्साहित किया. अदालत में पेश किए गए सबूतों के अनुसार, 4 जून 2025 को चेन शी ने Oppo के हेल्थ डिवीजन के वाइस प्रेसिडेंट ज़िजिंग ज़ेंग को मैसेज भेजा था. इसमें उन्होंने लिखा था कि वे लगातार आंतरिक दस्तावेजों की समीक्षा कर रहे हैं और कई अधिकारियों से एक-एक करके मुलाकात कर रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा जानकारी इकट्ठा कर सकें जिसे आगे ओप्पो टीम के साथ साझा करेंगे.

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संवेदनशील तकनीक पर निगरानी

सेंसर सिस्टम आर्किटेक्ट के रूप में चेन शी एप्पल की कई उन्नत हेल्थ सेंसर तकनीकों पर काम कर रहे थे. इनमें ईसीजी सेंसर टेक्नोलॉजी और उससे जुड़े गोपनीय रोडमैप, डिजाइन और डेवलपमेंट डॉक्यूमेंट्स शामिल थे. यही कारण है कि एप्पल इसे बौद्धिक संपदा की गंभीर चोरी मान रहा है.

इस्तीफे का बहाना और नई भूमिका

कंपनी छोड़ते समय चेन शी ने अपने इस्तीफे में लिखा कि वे निजी और पारिवारिक कारणों की वजह से नौकरी छोड़ रहे हैं. लेकिन अब सामने आया है कि वे ओप्पो में सेंसिंग टेक्नोलॉजी से जुड़ी टीम का नेतृत्व कर रहे हैं. एप्पल का मानना है कि यह कदम सीधे-सीधे प्रतिस्पर्धी कंपनी के लिए गोपनीय जानकारी का दुरुपयोग करने के इरादे से उठाया गया था.

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