UPI Fraud: जालसाजों द्वारा यूपीआई (UPI) ऐप (App) द्वारा ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. आए दिन आप ये खबर पढ़ते होंगे कि ठगों ने पेमेंट (Payment) भेजने के नाम पर बैंक खाते (Bank Account) से रुपये उड़ा लिए. अगर आप भी यूपीआई ट्रांजेक्शन (UPI Transaction) करते हैं तो आज हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसी जरूरी बातें जिन्हें ध्यान में रखकर आप इस तरह की ठगी (Fraud) से बच सकते हैं. चलिए फिर जानते हैं क्या हैं वो उपाय.


1. पेमेंट रिक्वेस्ट (Payment Request) और पेमेंट रिसीव (Payment Receive) में अंतर समझें


यूपीआई (UPI) में यह बहुत आसान बात है जिस पर सभी लोग ध्यान नहीं देते. इसी का फायदा उठाकर ठग आसानी से पैसे उड़ा लेते हैं. दरअसल हर यूपीआई (UPI) में पेमेंट से जुड़े दो ऑप्शन होते हैं. एक होता है किसी को पैसे भेजने का, दूसरा होता है पेमेंट रिसीव करने के लिए रिक्वेस्ट भेजने का. इसे आसान भाषा में ऐसे समझें कि अगर आपको अपने एक दोस्त से 10 हजार रुपये लेने हैं तो आप उसे सेंड मनी रिक्वेस्ट कर सकते हैं. इसमें आप उस दोस्त को अमाउंट लिखकर भेजते हैं. इसके बाद ये मैसेज आपके दोस्त के उस यूपीआई ऐप पर चला जाता है. आपका दोस्त जब ऐप खोलेगा तो उसे बस यूपीआई पिन (UPI Pin) डालना होगा और उसकी पेमेंट हो जाएगी औऱ आपको पैसे मिल जाएंगे. इस बात को हर कोई नहीं समझता. ठग कई बार आपसे किसी डील (Deal) के बहाने कहते हैं कि वो पैसे भेज रहे हैं, लेकिन वो भेजने की जगह रिक्वेस्ट जेनरेट करते हैं. आप जैसे ही पिन डालते हैं तो आपके पैसे कट जाते हैं. इसलिए पिन डालने से पहले मैसेज (Message) जरूर ठीक से पढ़ें.


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2. कॉल पर रहते हुए कोई ट्रांजेक्शन न करें


अक्सर ये भी देखने में आया है कि साइबर क्रिमिनल्स (Cyber Criminals) इस तरह की ठगी के लिए लोगों का ध्यान भटकाते हैं. वह आपको पहले कॉल (Call) पर बिजी रखते हैं, इस दौरान कोई लिंक (Link) भेजकर आपसे ट्रांजेक्शन (Transaction) करा लेते हैं क्योंकि आप कॉल पर बात में उलझे रहते हैं और ध्यान नहीं दे पाते कि आप ट्रांजेक्शन किसको कर रहे हैं और किसलिए कर रहे हैं. आपको पैसे रिसीव हो रहे हैं या आप भेज रहे हैं. इसलिए जरूरी है कि आप कॉल पर रहते हुए कोई ट्रांजेक्शन न करें. कॉल से हटकर एक-एक चीज को सही से पढ़ते हुए ट्रांजेक्शन करें.


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3. मर्चेंट हैं तो पेमेंट डिटेल में नाम जरूर देखें


अगर आप मर्चेंट (Merchant) यानी दुकानदार हैं तो ग्राहक (Customer) की ओर से किए गए पेमेंट (Payment) डिटेल में अपना नाम जरूर चेक करें. दरअसल ठगी के कई मामले ऐसे आ चुके हैं, जिसमें ठग यूपीआई क्यूआर कोड (UPI QR Code) को बदलकर अपना कोड लगा देते हैं. इससे ट्रांजेक्शन आपके खाते में न आकर उनके खाते में जाती हो. इसलिए कोई अगर पेमेंट करें तो जरूर चेक करें कि रिसीवर में किसका नाम है. अगर आपका नाम नहीं है तो फौरन संबंधित कंपनी को शिकायत करें.