कोरोना के मामलों की रफ्तार भले ही अब धीमी हो गई है, लेकिन अब भी इस महामारी से जंग जारी है. सूबे में धीमी पड़ी वैक्सीनेशन की रफ्तार को और गति देने के लिए सरकार ने 'हर घर दस्तक टीकाकरण अभियान' की शुरुआत की है, जिसका मकसद ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाना है. प्रदेश में अब तक छह करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. वहीं प्रदेश में अब भी कई लोग ऐसे हैं जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लगवानी हैं.
वैक्सीनेशन के लिए किया जागरुकप्रदेश में नवंबर के पहले में बड़ी संख्या में लोगों को वैक्सीन लगाई गई. त्योहार की शुरुआत से पहले सरकार ने वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को जागरुक किया. टीकाकरण में तेजी लाने के लिए अब सरकार लोगों के घरों तक पहुंच रही है, जिन्होंने अभी तक वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं ली है.
अक्टूबर में धीमी पड़ी रफ्तारटाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर में वैक्सीनेशन की रफ्तार त्योहार की तैयारी और फसल कटाई के चलते धीमी रही. वहीं प्रदेश की गहलोत सरकार अब 18 साल से ज्यादा की उम्र के उन 89 लाख लोगों को वैक्सीन लगाने पर फोकस कर रही है, जिन्होंने अपना पहला डोज भी नहीं लगवाया है. राजस्थान में अब तक 6,33,86,299 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है.
CMOs को मिले निर्देशराजस्थान के सभी सीएमओ यानी चीफ मेडिकल ऑफिसर्स को 'हर घर दस्तक टीकाकरण अभियान' में तेजी लाने के निर्देश सरकार द्वारा मिल चुके हैं. चिकित्सा अधिकारी ने कहा, "हम अब उन लोगों को वैक्सीन लगाने पर फोकस कर रहे हैं जो कि जिन्होंने अपना पहला डोज नहीं लिया है. साथ हम घर-घर पहुंचकर ऐसे लोगों वैक्सीन लगाएंगे जिनका दूसरे डोज लगने का समय आने के बावजूद वे इसे नहीं लगवा रहे हैं."
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