गोरखपुरः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हार्वर्ड और कैम्ब्रिज हमारा विकास नहीं करेंगे, हमें खुद पूर्वांचल के विकास की गौरवगाथा लिखनी होगी. हमें खुद आत्‍मनिर्भर बनना होगा. हमने खुद नकलची और दूसरों पर निर्भर होने का ठप्‍पा लगाने की आदत रही है. हमारी सोच ने हमें ऐसा बना दिया था. हमें अपनी सोच को बदलकर अब खुद को आत्‍मनिर्भर बनाना है.

इसी के साथ उन्होंने कहा कि पूर्वांचल देश की सबसे समृद्ध धरा है. पूर्वांचल को हम देश की सबसे समृद्ध धरा बनाएंगे. इसके लिए हमें स्थानीय युवाओं, किसानों और शिल्पकारो को जोड़ना होगा. दीनदयाल उपाध्‍याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और नियोजन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार की शाम दीक्षा भवन सभागार में "पूर्वांचल का सतत विकास: मुद्दे, रणनीति व भावी दिशा" विषयक तीन दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार व संगोष्ठी का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बतौर मुख्‍य अति‍थि शुभारंभ किया.

पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को इसी योजना के जरिये साकार करना होगा- योगी आदित्यनाथ

उन्‍होंने कहा कि पूर्वांचल के बारे में जान बूझकर एक सोच विकसित की गई. यह सोच थी कि पूर्वांचल गरीब और पिछड़ा है. जवाबदेही से बचने के लिए अकादमिक संस्थाओं ने भी इस पर ठप्पा लगा दिया. लिहाजा हमने भी उसी को स्वीकार कर लिया. सच इससे बिलकुल इतर है. पूर्वांचल में सब कुछ है, नौ तरह की कृषि जलवायु, दुनिया की सबसे उर्वर भूमि, प्रचुर मानव संसाधन, भरपूर पानी, वर्ष पर्यन्त बहने वाली गंगा-जमुना और सरयू सरीखी नदियां. इनके आधार पर हम पूर्वांचल को देश का समृद्धतम इलाका बनाएंगे. याद रखिए यह काम हार्वर्ड और कैम्ब्रिज नहीं करेंगे, खुद करना होगा. यहां के युवाओं, किसानों और शिल्पकारो को जोड़कर करना होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी जिलों की एक खूबी है. इसी खूबी को ब्रान्ड बनाने के लिए हमने एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना शुरू की. आज यह देश की सर्वाधिक लोकप्रिय योजना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को इसी योजना के जरिये साकार करना होगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भगवान राम, बुद्ध, अधिकांश जैन तीर्थंकर, क्रियात्मक योग के जनक गुरु गोरखनाथ की धरती है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में ही दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक आयोजन कुंभ होता है. हाल में हुए कुम्भ की दिव्यता, भव्यता और विशालता को पूरी दुनिया ने देखा था. दुनिया के सबसे बड़े महाकाव्य रामायण की रचना यहीं हुई थी. दीपावली यहीं के अयोध्या की है. तो देव दीपावली काशी की. भगवान बुद्ध से जुड़े 6 स्थलों में 5 पूर्वी उत्तर प्रदेश में हैं. पूर्वांचल में स्प्रिचुअल, इको, हेरिटेज टूरिज्म की भारी संभावनाएं हैं. सीएम ने कहा कि जो जवाबदेह हैं, उन्हें अपनी जवाबदेही समझनी होगी. हमें सफेद हाथी नहीं खड़े करने हैं, नतीजे देने हैं. योजनाएं एसी रूम में बैठकर नहीं, स्थानीय स्तर पर वहां के विशेषज्ञों से मिलकर वहां की जरूरतों के अनुसार बनानी होंगी. सरकार बेहतर कानून व्यवस्था, विश्व स्तरीय बुनियादी सुविधाओं और नीतियों के जरिये हर सम्भव मदद कर रही है.

आज कोई यूपी के उपर प्रश्नचिह्न नहीं खड़ा कर सकता है- योगी आदित्यनाथ

गोरखपुर विश्विद्यालय के कुलपति और उनकी पूरी टीम को कोरोना काल में पूर्वांचल का सतत विकास विषय पर आयोजित संगोष्ठी के सफल आयोजन के लिए साधुवाद देता हूं. पूर्वांचल के विकास के बारे में हम जो जानते हैं उससे कहीं ज्यादा जानने की जरूरत है. 3 साल पहले यूपी के बारे में जैसी लोगों की धारणा थी. आज कोई यूपी के उपर प्रश्नचिह्न नहीं खड़ा कर सकता है. 2014 के पहले भारत के लिए भी पिछलग्गू, नकलची और ब्रिटेन और अन्य देशों की नकल करने वाले के रूप में जानते थे. 2014 के बाद से लोगों की धारणा बदली है. देश सशक्त बनकर उभरा है. पूर्वांचल की भी ऐसी ही स्थिति रही है. उन्होंने कहा कि हमारी सोच ने इस क्षेत्र को पिछड़ा बनाया है. ये क्षेत्र देश के किसी भी हिस्से से ज्यादा समृद्ध है. लोग भी आगे बढ़ने की सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं. लोगों की सोच भी बदली है.

जो लोग इस क्षेत्र को पिछड़ा कहकर हमारा शोषण करते रहे हैं हमारा दोहन करते रहे हैं आज उनको सोचना पड़ रहा है. हमारा प्रदेश 24 करोड़ की आबादी वाला प्रदेश है. ये चार भागों में बंटा हुआ है. सरकार बनने के बाद मेरे पास कुछ बच्चे आए. उनसे पूछा कि आप क्या करना चाहते हैं. वे अपना स्टार्टअप स्थापित करना चाहते थे. लेकिन, उन्हें शासन की नीतियों के बारे में जानकारी नहीं थी. क्या ये हमारे विभागों और हम सबकी जिम्मेदारी नहीं है. हमने एक योजना बनाई. 4 आर्थिक  जोन में 75 जिलों में देखा तो, उनका अपना एक प्रोडक्ट 57 जिलों में जोड़ा. इसके बाद जो बचे जिले के लिए सिद्धार्थनगर को कालानमक और इस तरह वन डिस्ट्रिक स्थानीय उत्पाद की योजना को बल मिला. रोजगार और नौकरी से लोगों को जोड़ सकते हैं.

पहले 2 एयरपोर्ट एक्टिव थे हमने 8 कर दिये- योगी आदित्यनाथ

उन्होंने कहा कि, "यहां पर कृषि विज्ञान केंद्र था जब मैंने पूछा तो पता चला कि वहां कोई बैठता ही नहीं है." कई विभागों की ऐसी स्थिति थी. प्राथमिक विद्यालय बन्द करने की कगार पर आ गए थे. जब हमारी सरकार आई और बंद करने वालों को कहा कि आप भी वीआरएस लेकर आना. आज वहीं विद्यालय अच्छे से चल रहे हैं. हम आंकड़ों में विश्वास कर लेते हैं. पूर्वी यूपी में पूर्वांचल में पूर्वांचल एक्‍सप्रेस वे, बुन्देलखंड में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे, मध्य एक्सप्रेस वे का काम तेजी से चल रहा है. पहले 2 एयरपोर्ट एक्टिव थे हमने 8 कर दिये. कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहा है. इलाहाबाद में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहा है. सोनभद्र में एयरपोर्ट बन रहा है. ये पूर्वी यूपी में है. स्वास्थ्य के क्षेत्र में हमने कार्य किया है. यूपी के कई जिलों में मेडिकल  कालेज बन रहा है. कोरोना काल खंड में हमने इंसेफेलाइटिस और कोरोना दोनों को काबू में किया है. हमें व्यवहारिक धरातल पर कार्ययोजना बढ़ाकर आगे बढ़ाने की दिशा में काम करना होगा.

बोर्ड के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह दयालु ने कहा कि पूर्वांचल के विकास का सबेरा तो 6 साल पहले तभी हो गई थी, जब काशी से सांसद बनने के साथ ही नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे. मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की अगुआई में तो अब चौतरफा विकास का उजाला हो रहा है. गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.राजेश सिंह ने अतिथियों के स्वागत के साथ संगोष्ठी की विषय वस्तु और मुख्‍य अतिथ‍ि योगी आदित्‍यनाथ की अगुवाई में अब तक होने वाले या होने जा रहे कुछ उल्लेखनीय विकास कार्यों के बारे में भी जानकारी दी. बोर्ड के उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया. संचालन प्रो हर्ष सिन्हा ने किया. कार्यक्रम में सरकार के मंत्री,शासन के वरिष्ठ अधिकारी, विश्वविद्यालय परिवार, बोर्ड के सदस्य, जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग मौजूद रहे.

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