Year Ender 2023: साल 2023 में उत्तर प्रदेश से कई माफियाओं का साम्राज्य समाप्त हुआ है. उन्हीं मे से एक नाम अतीक और उसके भाई अशरफ का नाम शामिल है. तीन शूटरों ने पुलिस कस्टडी में अतीक और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी. अतीक और उसका भाई अशरफ यूपी पुलिस के लिए आतंक का पर्याय था. उसने कई बार छोटी-छोटी बातों के लिए हत्या की वारदात को अंजाम दिया. अतीक और अशरफ के कई ऐसे आपराधिक रिकॉर्ड हैं जो चौंकाने वाले हैं. गुंडागर्दी के अलावा अतीक पॉलिटिकल बैकग्राउंड काफी अच्छा था. वह चार बार विधायक और एक बार फूलपुर से सांसद भी रह चुका है. 


अतीक का परिवार अपराध की दुनिया का वो नाम था, जिसकी आपराधिक हिस्ट्री बहुत ही लंबी है. उमेश पाल हत्याकांड कहानी शुरू होती है राजूपाल हत्याकांड से 25 जनवरी साल 2005 को बीएसपी के तत्कालीन विधायक रहे राजूपाल की गोलियों से भूनकर हत्या कर गई. इस हत्या का आरोप अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद के ऊपर लगा था. इस मामले के गवाह रहे उमेश पाल की 24 फरवरी को दिन दहाड़े गोलियों से भुनकर मौत के घाट उतार दिया था. जिसका सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया था. जिसमें शूटरों ने चारों ओर उमेश पाल और उनके गार्ड पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं थी, इस दौरान आरोपियों ने बम भी फेंके थे. अतीक अहमद और उसके अशरफ पर न राजूपाल की हत्या का आरोप था बल्कि उमेश पाल की हत्या की साजिश जेल से ही रचने का आरोप था.


उमेश पाल हत्याकांड में अब तक 6 की मौत  
इस मामले में पुलिस ने अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन, भाई अशरफ, बेटे असद, शूटर अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर समेत नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इस मामले में धूमगंड पुलिस ने कार चालक अरबाज को 27 फरवरी को नेहरू पार्क के पास हुई मुठभेड़ में ढेर कर दिया था. वहीं 13 अप्रैल को एसटीएफ ने झांसी में अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम से मुठभेड़ हुई थी. उसके दो दिन बाद यानी 15 अप्रैल को अतीक और उसके भाई अशरफ की शूटरों ने पुलिस कस्टडी में गोली मारकर हत्या कर दी. उमेश पाल हत्या कांड में अतीक अहमद और अशरफ अहमद समेत 6 लोग मारे जा चुके हैं. जबकि अतीक पत्नी समेत शाइस्ता परवीन समेत अन्य फरार हैं.


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