UP News: दिल्ली (Delhi) में जंतर-मंतर (Jantar-Mantar) पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों पर उत्तर प्रदेश के गोंडा (Gonda) से बीजेपी (BJP) सांसद और भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने बड़ा हमला बोला है. अयोध्या पहुंचे बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि एक पैर निकालने के चक्कर में वह दलदल में धंसते जा रहे हैं. प्रदर्शन की शुरुआत हमसे हुई थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) तक पहुंच गई, फिर इसमें अलग-अलग विपक्षी पार्टियां जुड़ती गईं और टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग भी. इसके बाद पंजाब के जरिए कनाडा तक विरोध शुरू हुआ.

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि कनाडा में आखिर उनके खिलाफ आंदोलन कैसे हो सकता है. यह आंदोलन अब कुश्ती पहलवानों का नहीं रहा, बल्कि उनको जितना कहा जा रहा है, वह कर रहे हैं. इसी के साथ उन्होंने बजरंग पूनिया के सिर काटने वाले बयान को लेकर भी गहरी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि बजरंग पूनिया पहले पैर छूते थे, तारीफ करते थे और अब सिर काटने की बात कर रहे हैं, यह कौन सी मर्यादा है.

'पहलवानों की मांग बदलती गई'

पहलवानों के संसद भवन के सामने प्रदर्शन को लेकर बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि जब उन्होंने अपना धरना शुरू किया था तो उस समय 4 बजे तक उनकी मांग थी कि कुश्ती संघ के अपने पद से इस्तीफा दे दें. उसके बाद वह मांग बदल दी गई और बदलती गई. हम यह कह सकते हैं कि आप नदी के किनारे हैं, कभी-कभी हम लोगों ने दलदल को देखा है. दलदल से एक पांव निकालने के चक्कर में फंसते जा रहे हैं. प्रदर्शन की शुरुआत हमसे हुई थी और पीएम मोदी-सीएम योगी तक पहुंच गई. आम आदमी पार्टी-कांग्रेस आ गई, टुकड़े-टुकड़े गैंग और अब पंजाब के जरिए कनाडा जॉर्ज सोरस तक पहुंच गई. कनाडा में मेरे खिलाफ प्रदर्शन होने से क्या मतलब है."

'यह पहलवानों का आंदोलन नहीं रह गया'

बीजेपी सांसद ने आगे कहा कि क्या दुख है जब सुप्रीम कोर्ट ने एफआईआर लिखने का आदेश दिया, उसी दिन उन लोगों को घर चले जाना चाहिए था. अगर दिल्ली पुलिस चार्जशीट लगाती और यह संतुष्ट न होते तब कोई बात समझ में आती कि जांच अच्छे से नहीं हुई, फिर चले आए लेकिन जांच पूरी नहीं हुई तो क्यों नहीं गए. इसमें कई लोग लग गए हैं, यह उनका स्वयं का आंदोलन नहीं रह गया है. वह अधिक भ्रमित हैं, जैसा कोई उनको सिखाता है, उसी रास्ते पर चलते हैं.

बजरंग पूनिया के बयान पर बृजभूषण शरण सिंह का पलटवार

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि बजरंग पूनिया ने कहा कि मैं सिर झुकाना भी जानता हूं तो सिर काटना भी जानता हूं, वे किसका सिर काटना चाहते हैं. यह किसकी भाषा है, कौन सी भाषा है, यह मर्यादा की भाषा है, जिस बृजभूषण सिंह के पैर छूते थे, सम्मान करते थे, नेता जी कहते थे, तारीफ करते थे, लखनऊ में आए कितना तारीफ कर कर गए, अब इनकी वाणी-भाषा देखिए, जिसकी जैसी संगत वैसी रंगत.

ये भी पढ़ें- UP Politics: आजम खान के बरी होने पर शिवपाल सिंह यादव का बड़ा दावा, 'मिशन 2024' को लेकर किया ये एलान