बाराबंकी. प्रदेश में मानसून के दस्तक देते ही हर साल की तरह इस साल भी जनपद बाराबंकी में सरयू नदी ने कहर बरसाना शुरू कर दिया है. घाघरा सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है. इससे तटवर्ती गांवों के दो दर्जन से ज्यादा गांव प्रभावित हैं. गांवों के रास्तों पर पानी भरने से आवागमन बंद हो गया है. वहीं रामनगर तहसील अंतर्गत तपेसिपा कोरियनपुरवा में कटान होने से गांव में सरयू का पानी भर गया है.


प्रशासन लगातार राहत बचाव कार्यों में जुटा हुआ है. सिरौलीगौसपुर क्षेत्र के सनावां, कहारनपुरवा, टेपरा सहित करीब आधा दर्जन गांवों के सैकड़ो परिवारों को प्रशासन द्वारा सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है. साथ ही बाढ़ खण्ड बाराबंकी द्वारा कटर और ठोकरों का निर्माण युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है.


क्या बोले अधिकारी?
उपजिलाधिकारी रामनगर राजीव शुक्ल ने बताया की अभी बाढ़ की स्थिति ज्यादा गंभीर नहीं है. सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान के आस-पास है. इससे तपेसिपा कोरियनपुरवा गांव ही अभी प्रभावित है. यहां खेतों में पानी भरने से स्थिति बिगड़ गई है, मगर आबादी अभी सुरक्षित है. उन्होंने आगे कहा कि लगातार प्रशासन द्वारा गठित टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर रही हैं. प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.


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