UP News: वाराणसी (Varanasi) में गंगा (Ganga) का जलस्तर 20 अगस्त की सुबह से स्थिर होने के बाद 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घटना शुरू हो गया है. जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है. लेकिन अभी भी गंगा का पानी सभी घाटों को अपने आगोश में लिए हुए हैं. जिससे घाट किनारे रहने वाले और नौका संचालन के जरिए अपना गुजारा करने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि गंगा के साथ-साथ उसकी सहायक वरुणा में भी उफान आया है, लेकिन अब उसका जलस्तर भी धीरे-धीरे कम होना शुरू हो गया है.
नाविकों का काम हुआ ठप्प
वाराणसी के गंगा में नौका संचालन करके परिवार का भरण पोषण करने वाले राजू साहनी ने कहा कि गंगा का पानी बढ़ रहा है फिर घट रहा है. लेकिन हम लोगों के सामने समस्या बढ़ती जा रही है क्योंकि हमारी आमदनी एकदम ठप हो गई है, सरकार की तरफ से कोई योजना नहीं है. जिससे हम लोगों की दाल रोटी चल सके. वहीं आज यानि 22 अगस्त को गंगा 69.71 मीटर पर है. गंगा का जलस्तर घटना शुरू हुआ, सामान्य जल स्तर 66.599 मीटर पर रहता है.
Punjab में अपने पिता मुख्तार अंसारी के करीबियों के घर रुका था अब्बास, पुलिस को मिली ये लोकेशन
साल 1978 में गंगा ने दिखाया था रौद्र रूप
वहीं वाराणसी में केंद्रीय जल आयोग के अनुसार आज 22 अगस्त को सुबह 8:00 बजे तक वाराणसी में गंगा का जलस्तर 69.71 मीटर पर था. गंगा का जलस्तर 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घट रहा है. वाराणसी में गंगा का जलस्तर अपने सामान्य 66.599 पर रहता है,गंगा अभी सामान्य जल स्तर से ऊपर है. लेकिन खतरे के निशान से दूर है. अगर गंगा का जलस्तर 71.262 सेंटीमीटर को पार कर देता है तो वो खतरे के निशान पर होती है. बता दें कि साल 1978 में गंगा ने 73.901 सेंटी मीटर के जल स्तर पर पहुंच कर अपना रौद्र रूप दिखाया था. इसके अलावा साल 2021 में गंगा का जलस्तर 72.302 सेंटीमीटर तक पहुंचा था.