वाराणसी में बीते दो महीनों से बाढ़ ने लोगों के जीवन को बेहाल कर दिया है. सबसे ज्यादा वाराणसी के वरुणा तटवर्ती क्षेत्र के लोग बढ़ते जलस्तर और बाढ़ की वजह से प्रभावित है. इस सीजन में चौथी बार वरुणा नदी में आए बाढ़ ने उनके जीवन के रफ़्तार को मानो रोक सा दिया है. मौजूदा समय में वरुणा तटवर्ती क्षेत्र के लाखों लोग अभी भी बाढ़ की चपेट में है.
एबीपी न्यूज़ को मिली जानकारी के अनुसार वाराणसी में गंगा के जलस्तर में एक बार फिर वृद्धि देखी गई. गंगा का जलस्तर वर्तमान समय में भी 70.5 मीटर के ऊपर बताया जा रहा है. अब इसके बाद सहायक नदी वरुणा पर भी इसका प्रभाव देखा जा रहा है.
बाढ़ की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त
वरुणा में चौथी बार जलस्तर में वृद्धि हुई है, जिसकी वज़ह से करीब लाखों लोग बाढ़ की चपेट में है. नदी का जलस्तर कम होने के बाद एक बार फिर उसमें वृद्धि देखी जाती है और इस सीजन में वरुणा तटवर्ती क्षेत्र में यह स्थिति चार बार हुई हैं, जिससे लोगों को काफी ज्यादा आर्थिक नुकसान पहुंचा है.
बाढ़ की वजह से यहां के लोगों की जिंदगी की रफ्तार मानो थम सी गई है. वरुणा तटवर्ती क्षेत्र के नक्की घाट, लक्ष्मी घाट, कोंनिया, सरैयां, हुकूलगंज के क्षेत्र सबसे ज्यादा वरुणा में आए बाढ़ की वजह से प्रभावित है.
गंगा नदी के जलस्तर में ठहराव
इस सीजन में पांच बार गंगा के जलस्तर में वृद्धि देखी गई है. वहीं एक बार फिर वाराणसी में गंगा के जलस्तर ने चेतावनी बिंदु को पार कर लिया है. हालांकि राहत की बात यह है की गंगा का जलस्तर स्थिर हो गया है.
बुधवार की रात्रि 11:00 बजे तक गंगा का जलस्तर वाराणसी में 70.8 मीटर रिकॉर्ड किया गया. फिलहाल देखना होगा की वाराणसी में गंगा और वरुणा तटवर्ती क्षेत्र के लोगों कों बाढ़ से कब तक राहत मिलती है.