Akhilesh Yadav Gaushala Statement: समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा गौशाला और इत्र को लेकर दिए गए बयान के बाद पूरे प्रदेश में सियासत तेज है. इसी बीच अखिल भारतीय संत समिति की तरफ से इस बयान को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी गई है. संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जीतेन्द्रानंद सरस्वती ने उनके बयान की कड़ी निंदा करते हुए उनका डीएनए टेस्ट तक कराने की बात कह दी. 

अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जीतेन्द्रानंद सरस्वती ने अखिलेश यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सपा प्रमुख के इस बयान की अखिल भारतीय संत समिति घोर निंदा करती है और यह भी स्पष्ट करना चाहती है कि जिस भी यदुवंशी को गौशाला से दुर्गंध का एहसास होता है उसे डीएनए टेस्ट कराने की जरूरत है. सवाल एक ऐसे स्थल से जुड़ा हैं जिसका सीधा तात्पर्य गौ सेवा से है और उसके लिए ऐसे बयान को कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता.

अखिलेश यादव के बयान पर भड़का संत समाजसंत समिति की तरफ से यह भी कहा गया कि अगर गौशाला गाय गोबर से किसी को नफरत है तो उस यदुवंशी का डीएनए भी संदेह के घेरे में है. इसके अलावा इत्र के बारे में कहा कि एक विशेष वर्ग द्वारा स्नान न करने के विकल्प में इत्र लगाया जाता था. शरीर से दुर्गंध आती थी. हाथों और शरीर के अंग पर लगाने के लिए इत्र की खेती इनके द्वारा प्रारंभ की गई. इसलिए इत्र और गौशाला की तो कोई तुलना ही नहीं है.

बता दें कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कन्नौज में गौशाला को लेकर ये बयान दिया था. उन्होंने कहा कि समाजवादी लोग विकास और खुशहाली चाहते हैं. कन्नौज में रहकर हमने भाईचारे की सुगंध दी है. लेकिन, बीजेपी के लोग हैं इनमें नफरत की दुर्गंध है. ये(भाजपा) दुर्गंध पसंद करते हैं इसलिए गोशाला बना रहे हैं, हम सुगंध पसंद कर रहे थे इसलिए इत्र पार्क बना रहे थे. ये सरकार सांड पकड़ रही है औप उसका भी पैसा खा जा रहे हैं. 

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