वाराणसी: बढ़ते कोरोना के मद्देनजर अब प्रशासनिक अमला सख्त है. वाराणसी में 30 अप्रैल तक कोरोना कर्फ्यू की घोषणा की गई है. रात 8 से सुबह 7 बजे तक के बीच में लापरवाही पर प्रशासनिक सख्ती दिखेगी. वहीं अब लखनऊ के बाद वाराणसी के व्यापारी भी कोरोना से अपने शहर को बचाने के लिए आगे आए है.


वाराणसी के व्यापारियों ने शहर में फैले कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए वीकेंड बंदी का निर्णय लिया है. इसके तहत वाराणसी में आवश्यक सामग्री और दवा की दुकानों को छोड़कर व्यापारियों ने शनिवार और रविवार को बंदी रखने का फैसला लिया है. आपको बता दें कि वाराणसी शहर में लगातार कोरोना का संक्रमण भयावह स्थिति में होता जा रहा है.


शहर में रोजाना एक हजार से अधिक मामले हो रहे दर्ज


वाराणसी में प्रतिदिन 1000 से ऊपर कोरोना के नए मरीज मिल रहे है तो वहीं वाराणसी जिले में अब तक कोरोना से 400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि जिले में 10 हजार से अधिक एक्टिव मरीजी है. शहर के हालात ऐसे है कि कोरोना मरीजो को कई अस्पतालों में ऑक्सीजन न मिलने की शिकायत आने लगी है. इन सभी समस्याओं को देखते हुए वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ने व्यापारियों से खुद से बंदी रखने की अपील किया था.


वीकेंड लॉकडाउन पर लिया गया फैसला


पुलिस कमिश्नर के अपील के बाद वाराणसी के सभी व्यापार मंडल के लोगों ने वर्च्युअल मीटिंग कर बनारस को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए शनिवार और रविवार बंदी करने का फैसला लिया. इस फैसले को लेकर वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष ने बताया कि सभी व्यापारी संगठनों ने शनिवार और रविवार को बंदी करने का फैसला किया है और अपने शहर और परिवार को बचाने के लिए जरूरत पड़ी तो वह आगे सप्ताह भर के लिए बंदी रखेंगे.


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