Varanasi News: महाकुंभ के दौरान वाराणसी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. इस दौरान सुबह से लेकर निर्धारित अवधि तक पर्यटक और श्रद्धालु नौका विहार करते हुए भी देखे जा रहे हैं. 31 जनवरी के दिन वाराणसी स्थित गंगा नदी में नाव पलटने की घटना के बाद अब प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सूर्यास्त के बाद वाराणसी में नाव चलने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा. यानी अब वाराणसी आने वाले पर्यटक सूर्यास्त के बाद नाव पर नौका विहार नहीं कर सकेंगे.
वाराणसी में आने वाले पर्यटक गंगा आरती के बाद तक नौका विहार करते हैं. लेकिन अब वाराणसी पुलिस प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दिया गया है. गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों में निरीक्षण करने पहुंचे वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कहा कि - क्षमता अनुसार ही बड़ी नाव को लाइव जैकेट की अनिवार्यता के साथ चलाने की इजाजत है. इसके अलावा सूर्यास्त के बाद नाव चलने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा. यह व्यवस्था अगले आदेश तक जारी रहेगी. फिलहाल वाराणसी में छोटी नाव ( चप्पू ) पर रोक लगाई गई है जिससे छोटे नाविकों के आगे रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है
हम सहयोग के लिए तैयार लेकिन इससे बढ़ेगी हमारी मुश्किलें- नाविक समाज1 फरवरी के दिन वाराणसी के राजेंद्र प्रसाद घाट पर वाराणसी के नाविक समाज की तरफ से एक महत्वपूर्ण बैठक किया गया. मां गंगा निषाद राज सेवा न्यास की तरफ से शंभू साहानी ने बताया कि - हम प्रशासन को सहयोग के लिए पूरी तरह तत्पर हैं. लेकिन 5:00 तक ही हमें नाव चलाने की अनुमति मिल रही है जिससे हमें दिक्क़तो का सामना करना पड़ रहा है. नौका विहार करते हुए ही श्रद्धालु और पर्यटक गंगा आरती देखना पसंद करते हैं. जबकि हमें सिर्फ 5:00 बजे शाम तक ही अनुमति मिल रही है.
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