Varanasi News: वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर चेकिंग के दौरान 237 लावारिस कछुए बरामद किए गए. जीआरपी प्रशासन की तरफ से बताया गया कि इन सभी कछुओं को नशीली पदार्थ बनाने और तंत्र-मंत्र के लिए ले जाया जा रहा था. जीआरपी कैंट ने चेकिंग के दौरान इन्हें वाराणसी कैंट रेलवे पर ट्रेन से बरामद किया. बाजारों में इन कछुओं के दाम एक करोड रुपए से अधिक है.  इन्हें वन विभाग को सौंप भी दिया गया है


वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन में चेकिंग के दौरान कछुए बरामद होने के मामले में कैंट जीआरपी क्षेत्राधिकार कुंवर प्रताप सिंह ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि आज वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन स्थित माघ मेला को देखते हुए वाराणसी रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म सर्कुलेटिंग एरिया पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था. चेकिंग के दौरान जांच टीम को मालदा ट्रेन के बोगी नंबर 2 एस-3 में 237 कछुए बरामद हुए हैं. इन कछुओं की कीमत एक करोड़ रुपए से अधिक बताई गई है.


कछुओं को वन विभाग को किया सुपुर्द
यह सभी कछुए लावारिस हालत में मिले इसलिए अभी तक यह जानकारी नहीं मिल सकी कि इन्हें कहां से लाया जा रहा था और कहां ले जाया जा रहा था. लेकिन इन कछुओं का इस्तेमाल मादक दवाएं बनाने और तंत्र-मंत्र में किया जाता है. कैंट जीआरपी क्षेत्राधिकार ने बताया कि बरामद हुए 237 कछुओं को वन विभाग को सौंप दिया गया है, वह इस मामले का निस्तारण करेंगे. 


इसके अलावा इन सभी कछओं का दाम एक करोड़ रुपए से अधिक है. वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के ट्रेन से बरामद हुए भारी संख्या में कछुए को लेकर भी शहर के लोगों में इस बात की चर्चा रही कि इतनी भारी संख्या में इन कछुओं को कहां से ले आया जा रहा था. माघ मेले को लेकर वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर चलाए जा रहे चेकिंग अभियान के दौरान इन्हें पकड़ा गया.


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