Dhanteras 2023: विश्व की प्राचीन नगरी काशी में अनेक मंदिर हैं जिनकी प्राचीन मान्यताएं हैं. प्रकाश पर्व दीपावली का त्योहार पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाने की तैयारियां की जा रही है. इस त्योहार की शुरुआत धनतेरस से होती है, इस दिन काशी के स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा देवी के दर्शन की विशेष मान्यता है. कहते हैं कि यहां के खजाना प्राप्त करने से लक्ष्मी वैभव समृद्धि प्राप्त होती है. 


काशी के स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा के दर्शन करने और वहां के खजाना प्राप्त करने से लक्ष्मी वैभव समृद्धि प्राप्त होने की मान्यता जुड़ी है. माता अन्नपूर्णा का आशीर्वाद के रूप में खजाना प्राप्त करने के लिए देर रात से ही भक्त कतार में लगे हैं. खबर के मुताबिक आज दोपहर 1:00 बजे से मां अन्नपूर्णा के दर्शन और खजाने का वितरण होगा.


देर रात से भक्त कतार में लगे
मां अन्नपूर्णा मंदिर प्रशासन की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार इस बार भी धनतेरस के अवसर पर श्रद्धालुओं को माता अन्नपूर्णा का आशीर्वाद प्राप्त होगा और खजाने के रूप में लावा और सिक्के का वितरण होगा. बीते सालों से जहां दीपावली पर्व पर इस मंदिर के चार दिनों के लिए कपाट खोले जाते हैं, वहीं इस बार पांच दिनों तक मां अन्नपूर्णा का दर्शन होगा और खजाने का वितरण भी. 


श्रद्धालुओं की सुविधा और व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने भी अपनी तैयारी को दुरुस्त कर लिया है. कतार में लगकर श्रद्धालुओं को दर्शन कराने के लिए प्रशासन की भी मुस्तैदी देखी जा रही है. जगह-जगह पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. 


जानें क्या है मंदिर की मान्यता
माता अन्नपूर्णा के दर्शन और खजाना प्राप्त करने के लिए देर रात से ही श्रद्धालु कतार में लगे देखे जा रहे हैं. इसके अलावा वाराणसी के साथ-साथ दूर दराज ग्रामीण क्षेत्र से भी श्रद्धालु दरी बिछाकर सड़कों पर ही लाइन लगाए नजर आ रहे हैं. प्राचीन मान्यता है की माता अन्नपूर्णा के दर्शन और आशीर्वाद रूपी इस खजाने व प्रसाद को घर में  रखनें से साल भर तक घर में समृद्धि धन वैभव की प्राप्ति होती है. माना जा रहा है कि इन पांच दिनों तक एक लाख श्रद्धालु स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा के दर्शन करने के लिए पहुंचेंगे.


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