धर्म नगरी काशी में इन दिनों प्रकृति का एक अलग ही रूप देखने को मिल रहा हैं. जहां एक तरफ नवंबर के दूसरे सप्ताह में ठंड अपने पूरे ज़ोर से शुरू जाती थी लेकिन इस बार इससे अलग ही रंग दिख रहा है. एक तरफ़ गुलाबी सर्दी है तो वहीं दूसरी तरफ वाराणसी में गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी ने सभी को हैरान कर दिया है.
अभी 5 नवंबर को ही काशी के गंगा घाट पर धूमधाम से देव दीपावली मनाई गई, तो वहीं अगले दिन गंगा के जलस्तर में चौंकाने वाला परिवर्तन देखा गया है. देव दीपावली के अगले दिन 6 नवंबर को वाराणसी के गंगा जलस्तर में बढ़ोतरी देखी जा रही है. घाट के स्थानीय लोग भी वर्तमान समय में गंगा के बढ़ते जलस्तर को लेकर कई तरह की चर्चाएं कर रहे हैं.
गंगा के जलस्तर ने लोगों को किया हैरान
गंगा के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि आमतौर पर नवंबर के महीने में गंगा के जलस्तर में इस प्रकार की बढ़ोतरी नहीं देखी जाती है और इसीलिए यह तस्वीर बिल्कुल हैरान करने वाली है. 5 नवंबर को वाराणसी के गंगा घाट पर भव्य रूप में देव दीपावली मनाई गई. लाखों लोगों की भीड़ गंगा घाट पर इकट्ठा हुई थी.
बताया जा रहा है कि देव दीपावली के ठीक पहले भी गंगा के जलस्तर में बढ़ाव दर्ज किया गया था. गंगा के बढ़ते जलस्तर की वजह से पानी सीढ़ियों के ऊपर की ओर बढ़ता देखा जा रहा है. माना जा रहा है कि अगर इसी तरह से जलस्तर बढ़ता रहा तो कुछ घाटों को संपर्क भी टूट सकता है.
कई घाटों का आपस में कट सकता है संपर्क
वाराणसी के गंगा घाट के स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर इसी तरह गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी रही तो अगले 24 घंटे में वाराणसी के 84 घाट में से कई घाटों का आपसी संपर्क टूट जाएगा. इसके बाद लोगों का एक घाट से दूसरे घाट पर आवागमन बाधित हो सकता है.
फिलहाल गंगा के बढ़ते जलस्तर की वजह से स्थानीय लोगों में भी चर्चाओं का दौर तेज हो चुका है. ऐसे में देखना होगा कि अगले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में क्या परिवर्तन देखने को मिलता है. लोगों का कहना है कि अक्सर इस तरह के हालात बारिश के मौसम में देखने को मिलते थे.