UP News: वाराणसी (Varanasi) में शनिवार को धर्म परिषद (Dharma Parishad) की बैठक हुई. यूपी में शुक्रवार को हुई हिंसात्मक घटना को लेकर संतों ने काशी (Kashi) में ये बैठक बुलाई थी. कई धर्म आचार्य संत इस बैठक में मौजूद रहे. वहीं बैठक के दौरान यूपी में इस्लामीकरण के विरुद्ध में कई प्रस्ताव पारित किए गए हैं. संतों ने यूपी में कल 8 जिलों में हुई हिंसात्मक घटना को लेकर आक्रोश भी व्यक्त किया.


काशी में शनिवार को धर्म परिषद की बैठक में 16 प्रस्ताव पारित हुए हैं. इस दौरान नूपुर शर्मा को मिलने वाली धमकी पर संत समाज ने नाराजगी भी जताई है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर प्रशासन तत्काल बड़ी करवाई करे. इसके अलावा संतों ने कल यूपी में हुई हिंसक घटना पर कहा कि यह कैसी इबादत है कि नमाज के बाद उपद्रव होता है. ये इनके असली आजरण को दिखाता है. 


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क्या बोले संत?
वहीं पातालपुरी के मठ बालक दास ने कहा कहा किदेश शरिया से नहीं चल रहा बल्कि भारत संविधान से चलने वाला देश है. हिंदू धर्म को लेकर कोई अपशब्द कहा जाएगा तो चुप नहीं बैठेंगे. हम मुंहतोड़ जवाब देंगे और नूपुर शर्मा को दिए जा रहे धमकी पर कहा गया कि वह भारत की बेटी हैं. उन पर की जाने वाली टिप्पणी कहीं से भी क्षमा योग्य नहीं है.


बता दें कि यूपी में जुमे की नमाज के बाद सहारनपुर, प्रयागराज, हथरस, मुरादाबाद, फिरोजाबाद और अंबेडकर नगर समेत कई जिलों में लोगों द्वारा नारेबाजी और पथराव किया गया. वहीं प्रयागराज में हिंसात्मक घटनाएं भी हुई हैं. जिसके बाद संतों ने शनिवार को काशी में धर्म परिषद की बैठक करने का ऐलान किया था. 


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