उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली बार वाराणसी में जनता दरबार लगाया. अब इसको लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने बीजेपी पर बड़ा जुबानी हमला बोला है. उनका कहना है कि यह जनता दरबार नहीं था बल्कि इस दौरान बीजेपी के ही कार्यकर्ता अंदर पहुंचे. भारतीय जनता पार्टी को यह लगने लगा है कि वाराणसी से भी उनकी जमीन खिसकने लगी है और इस वजह से वह अब वाराणसी में जनता दरबार लगा रहे हैं.
समाजवादी पार्टी के चंदौली से सांसद वीरेंद्र सिंह ने एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान सीएम योगी के वाराणसी में जनता दरबार पर बड़ा तंज कसा. उन्होंने कहा कि हर एक जनप्रतिनिधि को जनता की तकलीफ समस्याओं को सुनना चाहिए. लेकिन जिस तरह से वाराणसी में जनता दरबार लगाने का दावा किया जा रहा है हकीकत तो यह है कि वाराणसी में इस दौरान बीजेपी के ही कार्यकर्ता अंदर पहुंच गए. बाढ़ पीड़ित और अन्य समस्याओं से जूझने वाले व्यक्ति को मुख्यमंत्री से मिलवाया ही नहीं गया. उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी की जमीन वाराणसी से खिसकने लगी है और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को इसका अंदाजा भी होने लगा है.
वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी तंज कसते हुए सोशल मीडिया पर लिखा है कि- वाराणसी का जनता दरबार जनता का नहीं, बीजेपी नेताओं का था. आधा से ज्यादा महानगर बीजेपी पदाधिकारी कुर्ता-पजामा में अंदर बैठे थे, जनता बाहर रही. आज देख लिया कितनी सुनवाई हो रही है. बीजेपी नेताओं की योगी जी का जनता दरबार नहीं, फोटोशूट दरबार था. जनता सब देख रही है.
पहले खुद पर अमल करें फिर बच्चे पैदा करने की नसीहत दें- सपा
संघ प्रमुख के तीन बच्चे पैदा करने वाले नसीहत पर समाजवादी पार्टी नेता वीरेंद्र सिंह ने कहा कि - हम लोग गांधी जी को मानने वाले लोग हैं. सबसे पहले गांधी जी किसी बात को जनता तक पहुंचाने के लिए खुद उस पर अमल करते थे. स्वच्छता अभियान इसका उदाहरण है. इसलिए अगर संघ प्रमुख मोहन भागवत ऐसा कहते हैं तो उन्हें सबसे पहले खुद पर अमल करना चाहिए, चाहे तीन बच्चे हो या दर्जन भर.
संजय निषाद के लिए एंट्री बंद- सपा सांसद
एनडीए के साथी मंत्री डॉ. संजय निषाद और अन्य नेताओं के समाजवादी पार्टी में एंट्री की संभावनाओं पर कहा कि समाजवादी पार्टी PDA के हक की लड़ाई मजबूती से लड़ रही है. किसी भी ऐसे नेता जो अपने निजी महत्वाकांक्षा से सियासत में जुड़े हैं उनके लिए समाजवादी पार्टी में जगह नहीं है.