Uttarakhand News: उत्तराखंड में होने वाली चारधाम यात्रा इस वर्ष अपने अंतिम पड़ाव पर है. दीपावली के भैयादूज पर केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे, लेकिन देश-विदेश के तीर्थ यात्री चारधामों की यात्रा पर आ रहे हैं. अब तक 14 लाख से जाड़ा यात्री केदारनाथ यात्रा पर आ चुके है. जिनकी संख्या लगातार बढ़ रही है.


हजारों लाखों की संख्या में यात्री केदारनाथ की यात्रा पर आ रहे हैं, सोमवार के ही दिन केदारनाथ में 20 हजार से भी ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ धाम में दर्शन करने पहुंचे थे. जो संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. माना जा रहा कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार केदारनाथ यात्रा का रिकॉर्ड टूट सकता है. एक अनुमान के अनुसार इस बार 16 लाख से अधिक भक्तों के केदारनाथ धाम पहुंचने का अंदाजा लगाया जा रहा है.


जिला प्रशासन से तीर्थ पुरोहित नाराज


इस बीच केदारनाथ के तीर्थपुरोहित बद्रीकेदार मंदिर समिति और जिला प्रशासन पर आरोप लगा रहे हैं कि केदारनाथ में केवल वीआईपी के नाम पर गुमराह किया जा रहा है. श्रद्धालुओं के लिए कोई सही व्यवस्था नहीं है. तीर्थ यात्री घंटों लाइन में खडे हैं लेकिन वो सही समय पर दर्शन नहीं कर पा रहे हैं. जिस वजह से तीर्थ पुरोहितों को बदनाम किया जा रहा है, उससे तीर्थ पुरोहित काफी नाराज हैं.


दर्शन करने के लिए लगी लंबी कतार


वहीं केदारनाथ आए यात्रियों ने आरोप लगाया है कि जिन भगवान के दर्शन करने वह यहां आ रहे हैं. उन्हें भगवान के दर्शन ही नहीं कर पा रहे हैं. श्रद्धालुओं का कहना है कि 9 डिग्री के तापमान में खड़े होकर भगवान के दर्शन करने के लिए लंबी लाइन लगानी पड़ रही है. व्यवस्थाओं को लेकर कई गंभीर आरोप प्रशासन पर भी लगाए गए हैं.


श्रद्धालुओं की संख्या 20 लाख के पार पहुंचने की उम्मीद


इस वर्ष अब तक 14 लाख 876 से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शनकर किए हैं. बाबा के दर्शन के लिए लंबी लाइन लग रही है. श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अनुमान लगाया जा रहा है कि कपाट बंद होने तक यहां खड़ा 20 लाख को भी पार कर सकता है लेकिन मंदिर के आसपास अव्यवस्थाओं का अंबार है, जिसको लेकर यहां आने वाले श्रद्धालु नाराज हैं.


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