उत्तरकाशी जिले के बड़कोट क्षेत्र में रविवार शाम एक हृदयविदारक हादसा हो गया, जहां दो मंजिला आवासीय मकान में अचानक भीषण आग लग गई. इस हादसे में ढाई माह की मासूम बच्ची की जिंदा जलकर मौत हो गई. हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी मच गई है. पीड़ित परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. 

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बड़कोट क्षेत्र के कोटि गगटाड़ी में रहने वाले शैलेन्द्र चौहान के दो मंजिला घर में रविवार की शाम अचानक आग लग गई. आग इतनी तेजी से फैली कि घर में मौजूद लोग किसी तरह अपनी जान बचाकर बाहर निकल आए. लेकिन, मकान के अंदर सो रही नेपाली मूल की ढाई महीने की मासूम बच्ची आग की चपेट में आ गई. 

आग की चपेट में आई ढाई महीने की मासूम

परिजन और ग्रामीण उसे बचाने का प्रयास करते रहे लेकिन, आग की लपटें इतनी तेज थी वो अंदर घुस नहीं पाए और बच्ची को बचा नहीं सके. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगते ही मकान में अफरा-तफरी मच गई. कुछ ही मिनटों में आग ने पूरे भवन को अपनी चपेट में ले लिया. 

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इस घटना में मकान में रखा सारा घरेलू सामान, कपड़े, अनाज और अन्य जरूरी सामग्री जलकर पूरी तरह राख हो गए. आग की भयावहता के उसे बुझाने की सारी कोशिशें बेकार दिखी और ग्रामीण आग के आगे बेबस दिखाई दिए. 

आग के कारणों को पता नहीं

घटना की सूचना मिलते ही राजस्व विभाग की टीम नायब तहसीलदार खजान असवाल के नेतृत्व में मौके पर पहुंची. टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है. प्रशासन द्वारा आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है, हालांकि प्रारंभिक तौर पर आग लगने के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल सका है.

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पहाड़ी क्षेत्रों में अग्निशमन के पर्याप्त संसाधन नहीं होने के कारण ऐसी घटनाओं में नुकसान कई गुना बढ़ जाता है. ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को त्वरित राहत, आर्थिक सहायता और भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है. 

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