Uttarkashi Accident: उत्तरकाशी एवलांच (Uttarkashi Avalanche) हादसे में हिमस्खलन की चपेट में आने के कारण 41 पर्वतारोहण प्रशिक्षु लापता हो गए थे. ये घटना द्रोपदी (Draupadi) का डांडा शिखर (Danda) पर हिमस्खलन के बाद हुई थी. इसमें से रेस्क्यू के दौरान चार शवों को बरामद किया गया था. अब रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान पांच और शव बरामद हुए हैं. वहीं अभी भी 22 लोग लापता बताए जा रहे हैं. 


उत्तरकाशी एवलांच हादसे में लापता जवानों की तलाश के लिए अब हाई एल्टिट्यूड वॉर फेयर स्कूल गुलमर्ग की टीम भी लग चुकी है. अब ये टीम भी हिमस्खलन में फंसे हुए लोगों का रेस्क्यू करेगी. ये गुलमर्ग और सियाचिन जैसे हाई एल्टिट्यूड पर युद्ध करने में पारंगत होते हैं. टीम के 15 लोग पहले ही उत्तरकाशी पहुंच चुके थे. ये टीम सेना को भी ग्लेशियर में कैसे बचाव करना है उसकी ट्रेनिंग देती है.



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ये टीमें कर रही राहत और बचाव कार्य
वहीं इस घटना में पहले चार शव बरादम किए गए थे. गुरुवार को भी सेना द्वारा चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन में पांच और शव बरामद किए गए हैं. वहीं दूसरी ओर आईटीबीपी मतली की ओर से भी और टीमें रेस्क्यू के दौरान बेस कैंप को आगे बढ़ाने के लिए भेजी जा चुकी है. जबकि हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल की टीम के साथ आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनआईएस और एनडीआरएफ के साथ बचान कार्य कर रही है. 


अब रेस्क्यू के लिए 16000 फीट की ऊंचाई पर एक उन्नत हेलीकॉप्टर लैंडिंग ग्राउंड तैयार किया गया है. गुरुवार की सुबह एक परीक्षण लैंडिंग सफल रही है. दूसरी ओर खराब मौसम भी रेस्क्यू ऑपरेशन में खलल डाल रहा है. बारिश होने पर रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ रहा है. बता दें कि ये घटना मंगलवार को हुई थी. जिसके बाद से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. तब पर्वतारोही पर्वतारोहण के लिए गए थे. 


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