उत्तराखंड में लंबे समय से बारिश न होने का असर अब साफ तौर पर दिखाई देने लगा है. मौसम की बेरुखी ने न सिर्फ ठंड के तेवर बदले हैं, बल्कि हवा की सेहत भी बिगाड़ दी है. राजधानी देहरादून में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 200 के पार पहुंच गया है, जो सेहत के लिहाज से चिंता का विषय माना जा रहा है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि जल्द बारिश नहीं हुई तो आने वाले दिनों में हालात और खराब हो सकते हैं.
इतना रहा शहर का AQI
मंगलवार (16 दिसंबर) को देहरादून का AQI 207 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है. काशीपुर का AQI 128 और ऋषिकेश का 85 रिकॉर्ड किया गया. विशेषज्ञों के अनुसार अक्टूबर और नवंबर में कुछ गिने-चुने दिनों को छोड़ दिया जाए, तो अब तक प्रदेशभर में सर्दियों की बारिश का आंकड़ा लगभग शून्य बना हुआ है. बारिश न होने के कारण हवा में धूल और प्रदूषक कण जमा हो रहे हैं. जिससे वायु गुणवत्ता लगातार गिरती जा रही है.
मौसम वैज्ञानिकों का क्या मानना है?
मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन और मौसम के बदले पैटर्न का सीधा असर प्रदेश के तापमान और पर्यावरण पर पड़ रहा है. देहरादून का अधिकतम तापमान सामान्य से करीब पांच डिग्री अधिक 26.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान भी सामान्य के आसपास बना हुआ है. यही स्थिति प्रदेश के अन्य मैदानी और पर्वतीय क्षेत्रों में भी देखने को मिल रही है.
शुष्क रहेगा प्रदेश का मौसम
बुधवार (17 दिसंबर) को भी प्रदेशभर में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं. मौसम विभाग के अनुसार मैदानी इलाकों, खासकर हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जिले के कुछ हिस्सों में सुबह के समय कोहरा छाने की संभावना है. कोहरे और प्रदूषण के मेल से इन क्षेत्रों में हवा की गुणवत्ता और बिगड़ सकती है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दी सतर्क रहने की सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी इस बदलते मौसम को लेकर सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं. राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. विजय भंडारी का कहना है कि बारिश न होने से धूल के कण हवा में लंबे समय तक बने रहते हैं, जिससे वायु प्रदूषण बढ़ता है.
इसका सीधा असर अस्थमा, एलर्जी, फेफड़ों के संक्रमण और हृदय रोगियों पर पड़ता है. खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह स्थिति ज्यादा खतरनाक हो सकती है. उन्होंने लोगों को सलाह दी है कि बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करें और प्रदूषित वातावरण में अनावश्यक आवाजाही से बचें.
दिसबंर में नए रिकॉर्ड बना रही है गर्मी
दिसंबर में बारिश न होने की वजह से इस साल गर्मी भी नए रिकॉर्ड बना रही है. मंगलवार (16 दिसंबर) को देहरादून का अधिकतम तापमान 26.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो आधे दिसंबर में अब तक का सबसे अधिक तापमान माना जा रहा है.
इससे पहले आठ दिसंबर को भी दून में 8 साल बाद असामान्य गर्मी दर्ज की गई थी, जब अधिकतम तापमान 27.9 डिग्री तक पहुंच गया था. बीते दस वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें तो मंगलवार (16 दिसंबर) के आसपास कभी भी तापमान इतना अधिक नहीं रहा.
मौसम विज्ञान केंद्र ने दी यह जानकारी
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार शनिवार (20 दिसंबर) तक प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहेगा, लेकिन रविवार (21 दिसंबर) से पर्वतीय जिलों में बदलाव के आसार हैं. उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है, जबकि 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना भी जताई गई है. यदि ऐसा होता है, तो इससे न केवल ठंड बढ़ेगी, बल्कि हवा की सेहत में भी कुछ सुधार आने की उम्मीद की जा रही है.