रुद्रप्रयाग: पहाड़ों में बारिश से हालात अस्त व्यस्त हैं. ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले अधिकांश मोटरमार्ग बारिश और भूस्खलन से बन्द पड़ गए हैं. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के बाजारों में जल भराव की स्थिति पैदा हो रही है. विकासखंड जखोली के केंद्र बिंदु कहे जाने वाले दर्जनों गांवों के बाजार मयाली में बारिश से जल भराव की स्थिति बनी हैं. यहां सड़क किनारे नालियों का निर्माण न होने से यह दिक्कत आ रही है. तीन दिनों से मयाली-देवल-राजकीय महाविद्यालय जखोली मोटरमार्ग भी बन्द पड़ा हुआ है. 


बदरीनाथ हाईवे और केदारनाथ हाईवे पर भी गुरुवार को आवाजाही प्रभावित होती रही. सिरोबगड़ और मेदनपुर में मलबा आने से हाईवे बाधित रहे. लगातार हो रही बारिश से जिले की 14 ब्रांच सड़कें भी बंद पड़ी हैं. वहीं केदारनाथ धाम में लगातार बारिश जारी है, जिस कारण पांच दिनों से निर्माण कार्य भी बंद पड़े हुए हैं.


सड़कों को खोलने का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है


बता दें कि पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के कारण जन जीवन काफी प्रभावित हो गया है. बद्रीनाथ हाईवे सिरोबगड़ में मलबा आने के कारण कई बार बंद होता रहा, जबकि केदारनाथ हाईवे पर भी मेदनपुर में मलबा आने से आवाजाही बाधित रही. हालांकि एनएच की श्रीनगर और रुद्रप्रयाग डिविजन ने दोनों हाईवे पर मलबा हटाकर घंटों बाद आवाजाही शुरू कराई. बारिश होने से हाईवे पर कई स्थानों पर दिनभर दिक्कतें होती रही. लगातार हो रही बारिश के कारण जिले में लोनिवि रुद्रप्रयाग डिविजन की दस सड़कें बंद हैं, जबकि लोनिवि ऊखीमठ डिविजन की चार सड़कें बंद है. 


इन सभी सड़कों को खोलने का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले अधिकांश मोटरमार्ग बारिश और भूस्खलन से बन्द पड़ हुए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों के बाजारों में जल भराव की स्थिति पैदा होने से राहगीरों को चलने में दिक्कतें हो रही हैं. प्रशासन के मुताबिक सड़कों को खोलने का कार्य जारी है. वहीं दूसरी ओर धाम में चल रहे दूसरे चरण के सभी पुनर्निर्माण कार्य हुए ठप्प पड़ गए हैं. बारिश के कारण निर्माण कार्यो को करना मुश्किल हो रहा है. धाम में जब मौसम साफ होगा, तभी कार्यो को शुरू किया जायेगा.


यह भी पढ़ें-


योगी सरकार ने दिल्ली में चलाया बुल्डोजर, रोहिंग्या के कब्जे से मुक्त कराई 150 करोड़ की जमीन