Kedarnath Dham Yatra 2024: केदारनाथ पैदल मार्ग (Kedarnath Route) में लिनचोली के पास कंडी से गिरकर एक बच्चे की मौत हो गई. बताया जा रहा है इस बच्चे को एक नेपाली मजदूर अपनी कंडी से केदारनाथ ले जा रहा था, मगर रास्ते में कंडी से बच्चा 200 मीटर गहरी खाई में गिर गया. घटना के बाद से मजदूर मौके से फरार हो गया. पुलिस ने मामले में सोनप्रयाग कोतवाली (Sonprayag) में नेपाली मजदूर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है, पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई हैं.
200 फीट गहरी खाई में गिरा बच्चापुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बीते दो दिन पहले आगरा का एक परिवार केदारनाथ यात्रा के लिए आया था. पति, पत्नी के साथ दो बच्चे भी साथ में चल रहे थे. गौरीकुंड से वो लोग घोड़े से चले और भीमबली में सभी उतर गए. इस बीच पैदल चलते हुए 5 साल के शिवा ने माता-पिता को कहा कि उसे चलने में परेशानी हो रही है, जिसके बाद उन्होंने बच्चे को एक नेपाली मजदूर की कंडी पर सवार कर दिया और खुद पैदल चलने लगे. इसी दौरान बड़ी लिनचोली के पास बच्चा कंडी से दो सौ मीटर नीचे गहरी खाई में गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई.
आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस
इस घटना के बाद मजदूर फौरन वहां से फरार हो गया. माता-पिता को रास्ते से कुछ लोगों ने बच्चे के गिरने की सूचना दी, जिसके बाद आनन-फानन में माता-पिता लिनचोली पहुंचे और पुलिस को मामले के बारे में बताया, जिसके बाद बच्चे की तलाश शुरू की गई. पुलिस और एसडीआरएफ ने खोजबीन करते हुए लिनचोली के पास दो सौ मीटर नीचे गहरी खाई से बच्चे के शव को बरामद किया. माता-पिता के पास नेपाली मजदूर की कोई पहचान नहीं थी, जिससे पुलिस को उक्त मजदूर की पहचान करना मुश्किल हो रहा है. इस मामले में मजदूर की लापरवाही सामने आ रही है.
पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि बीते दो दिन पहले लिनचोली के पास आगरा निवासी 5 साल के बच्चे शिवा गुप्ता की कंडी से गिरकर मौत हुई है. यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. पुलिस ने सोनप्रयाग कोतवाली में नेपाली मजदूर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है, जबकि उसकी तलाश की जा रही है. मजदूर कौन था, इसकी कोई ठोस पहचान नहीं हुई है, मगर बच्चे के माता-पिता की ओर से दिए गए हुलिए के आधार पर पुलिस तलाश कर रही है. पुलिस ने यात्रियों से की अपील वहीं दूसरी तरफ इस घटना के बाद पुलिस ने केदारनाथ की यात्रा पर आए तीर्थयात्रियों से अपील की है कि जब भी वो स्वयं या परिवार के किसी भी सदस्य को घोड़े-खच्चर या डंडी-कंडी में बैठाते हैं तो इससे पहले संबंधित मजदूर, हॉकर और डंडी-कंडी संचालक की आईडी और फोटो जरूर लें. ताकि किसी भी परेशानी पर आसानी से उस तक पहुंचा जा सके.
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