11 जुलाई से सावन महीने के साथ ही कांवड़ यात्रा की शुरुआत हो चुकी है, सावन दिनों में कांवड़ियो अपनी कांवड़ पर जल भरकर कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं. वहीं कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों के दौरान कुछ ऐसी भी वीडियो सामने आई हैं, जिनमें कांवड़ियों राहगीरों, कार चालकों, दुकानदारों आदि व्यक्ति से मारपीट करते दिखाई दे रहे हैं. वहीं अब जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने इन सब वीडियो और घटनाओं के पीछे बड़ी साजिश का दावा किया है. उन्होंने इसके लिए सपा और कांग्रेस के लोगों को जिम्मेदार ठहराया है.
जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने कहा है कि, "कांग्रेसी कार्यकर्ता कांवड़ियों को बदनाम करने के लिए कांवड़ियों की भेष कांवड़ियों के बीच में घुस जाते हैं. इंडिया गठबंधन के कुछ शरारती तत्वों को कांवड़ियों के बीच मिलाकर भेजा जा रहा है, यह गुप्त सूचना है. बाकी जितने कांवड़ लेकर जाने वाले हैं, सब श्रद्धालु हैं. जब उन्हें (कांवड़ियो) कोई गाड़ियों से ठोकर मारेगा, कुचलेगा तो स्वभाविक है क्रिया की प्रतिक्रिया होगी."
"इंडिया गठबंधन के लोग कांवड़ यात्रा को कर रहें बदनाम"जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने आगे कहा है कि, "आज देश में देखा जा रहा है कि इंडिया गठबंधन के द्वारा, सपा के द्वारा और कांग्रेस के द्वारा कांवड़ यात्रियों को लेकर तरह-तरह की अनाप-शनाप की बातें की जा रही हैं. जबकि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मुसलमानों के द्वारा कांवड़ियों पर हमला किया गया है. इस हमले में कई कांवड़िये घायल हुए हैं."
"समुदाय विशेष के लोगों को खुश कर रही कांग्रेस"जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने दावा किया है कि हमले के पीछे इंडिया गठबंधन के लोगों का हाथ है, जो कांवड़ यात्रा को बदनाम कर रहे हैं. यह भी कहा कि, कांग्रेसी एक समुदाय विशेष के लोगों को खुश करने के लिए उलूल-जुलूल बयान दे रहे हैं. उन्होंने इस मामले में सरकार से निगरानी करने की मांग की है.
गौरतलब है कि बीते दिनों कांग्रेस पार्टी के नेता उदित राज ने कहा था कि, "कोई भी कांवड़ यात्रियों को आतंकवादी नहीं कह रहा है. सिर्फ़ योगी जी ऐसा कह रहे हैं. हालांकि, उनमें से कुछ गुंडों जैसा व्यवहार कर रहे हैं. वे सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और लोगों की पिटाई कर रहे हैं. मुझे लगता है कि ऐसे लोगों का पुलिस सत्यापन होना चाहिए, ताकि कांवड़ यात्रा की पवित्रता बनी रहे."